बदलते मौसम के साथ बढ़ जाता है वायरल फीवर का खतरा, जानिए इसके लक्षण
Advertisement

बदलते मौसम के साथ बढ़ जाता है वायरल फीवर का खतरा, जानिए इसके लक्षण

मौसम के बदलाव के साथ शरीर में कई तरह की बीमारी शुरू हो जाती है. उन्हीं में से एक वायरल फीवर है. मौसमी बुखार लगभग पांच दिनों तक रहता है, लेकिन तीन दिनों के बाद ये कम होना शुरू हो जाता है. 

बदलते मौसम के साथ बढ़ जाता है वायरल फीवर का खतरा, जानिए इसके लक्षण

पटनाः Viral Fever: बदलते मौसम के दौरान वायरल फीवर होना आम बात है. ये बच्चों और बूढ़ों को सबसे पहले अपनी चपेट में लेता है. इसकी वजह कमजोर इम्यून पॉवर हो सकता है. आमतौर पर देखा गया है कि बुखार होने पर लोग बिना डॉक्टर के सलाह के ही दवा ले लेते है. जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. वायरल फीवर में बिना डॉक्टर के सलाह के कोई भी दवा लेना खतरनाक साबित हो सकता है. वायरल फीवर अमूमन पांच दिनों तक रहता है, लेकिन कभी-कभी ये भी देखा गया है कि ये मौसमी बुखार ठीक होने में लगभग 10-12 दिनों का समय ले लेता है. इसलिए अगर शुरूआत के दिनों में ही आप डॉक्टर से सलाह ले लेते है, तो इसके जल्दी ठीक होने की संभावना रहती है. 

क्या है वायरल फीवर?
वायरल फीवर का मतलब है वायरस से होने वाला बुखार या इंफेक्शन संक्रमण. वायरल फीवर भी आम बुखार की तरह ही होता है. आपको बता दें कि वायरल होने पर शुरुआती दौर में शरीर में तेज दर्द होना, शरीर में थकान जैसे लक्षण महसूस होंगे. वायरल फीवर वायु जनित बीमारी में से एक है. इसके अलावा वायरल फीवर दूषित पानी, बैक्टीरियल इंफेक्शन से भी हो सकता है. आपको बता दें कि पानी से होने वाले संक्रमण के कारण भी कई बार बुखार हो जाता है. जिसकी वजह से वायरल और इंफेक्शन में अंतर कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है. सही उपचार के लिए वायरल बुखार और बैक्टीरियल इंफेक्शन के बीच करना जरूरी होता है. इसलिए आप वायरल बुखार और बैक्टीरियल इंफेक्शन के बीच का अंतर इसके लक्षण से पता कर सकते है. इसके लक्षण के जरिए आप अपना सही इलाज कर सकते है.

क्या है वायरल फीवर के लक्षण
- शरीर का तापमान 102 फारेनहाइट से ज्यादा
- सिर दर्द 
- आंखों का लाल होना
- उल्टी और दस्त होना
- ठंडी और कंपकंपी महसूस होना
- सर्दी -जुकाम और नाक बंद होना

वायरल फीवर के ये लक्षण आम होते है. हमारे शरीर में वायरस से वायरल फीवर होने के बाद शरीर का तापमान बढ़ने लगता है. इसका मतलब ये होता है कि हमारे शरीर में वायरस घुस चुका है. आपको बता दें कि अगर हमारी इम्यूनिटी पॉवर मजबूत होगी तो आप इस वायरल के वायरस से लड़ने में सक्षम होंगे. लेकिन अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है तो वायरस आपके शरीर को वायरल फीवर से लड़ने में अक्षम बना देगा. कमजोर इम्यूनिटी के कारण वायरस के जल्दी अटैक का खतरा बना रहता है.

बदलते मौसम के साथ आपको अपनी सेहत का खास ध्यान और देखभाल करनी चाहिए. शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत रखकर आप मौसम की मार से बच सकते है. मजबूत इम्यूनिटी आपके शरीर को किसी भी बीमारी से लड़ने में सक्षम बनाती है. मजबूत इम्यूनिटी पाने के लिए आप अपनी डाइट में सभी पौष्टिक आहार और तत्वों को शामिल करें. मजबूत इम्यूनिटी से खुद को मौसम की मार से बचाएं.

ये भी पढ़िए- खत्म हुई अनंत सिंह की विधायकी, बिहार विधानसभा ने जारी की अधिसुचना

Trending news