Chanakya Niti: परिवार के लिए घातक होते है ऐसे बच्चे, कुल की प्रतिष्ठा को मिला देते हैं धूल में
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Chanakya Niti: परिवार के लिए घातक होते है ऐसे बच्चे, कुल की प्रतिष्ठा को मिला देते हैं धूल में

Chanakya Niti किसी भी परिवार के लिए सुपुत्र काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. एक सुपुत्र सारे वंश की शोभा बढ़ाता है. आचार्य चाणक्य ने भी कहा है कि एक परिवार के लिए सुपुत्र होना बहुत जरूरी है. बता दें कि उन्होंने चाणक्य नीति में परिवार को लेकर सारी चीजों को लेकर लिखा है.

 (फाइल फोटो)

Chanakya Niti: किसी भी परिवार के लिए सुपुत्र काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. एक सुपुत्र सारे वंश की शोभा बढ़ाता है. आचार्य चाणक्य ने भी कहा है कि एक परिवार के लिए सुपुत्र होना बहुत जरूरी है. बता दें कि उन्होंने चाणक्य नीति में परिवार को लेकर सारी चीजों को लेकर लिखा है. इसमें कई अध्याय बच्चो को लेकर भी हैं. उनका कहना है कि सुगंधित फूलों से लदा हुआ एक ही पेड़ पूरे जंगल को सुगंधित कर देता है, ठीक उसी तरह से एक अच्छा पुत्र पूरे परिवार की शोभा को बढ़ा देता है. 

सुपुत्र को लेकर उन्होंने कही ये बात 

एकेनापि सुवृक्षेण पुष्पितेन सुगन्धिना।

वासितं तद्वनं सर्वं सुपुत्रेण कुलं यथा।।

इसका अर्थ हैं कि-एक ही पेड़ पूरे जंगल को सुगंधित कर देता है, ठीक उसी तरह से एक अच्छा पुत्र पूरे परिवार की शोभा को बढ़ा देता है. उनका कहना है कि कई लोगों की कई संतानें होती हैं, लेकिन बच्चे अधिक होने से परिवार की शोभा नहीं बढ़ती है. परिवार की शोभा बढ़ाने के लिए एक सुपुत्र ही काफी है. 

नहीं होना चाहिए कुपुत्र 

उन्होंने आगे का है कि जिस तरह से एक सूखे वृक्ष पर आग लग जाने से पूरे जंगल में आग पकड़ लेती है. वैसे ही एक मूर्ख और कुपुत्र बेटे के पैदा होने से सारे वंश का नाश हो जाता है. एक मूर्ख और कुपुत्र की वजह से परिवार की प्रतिष्ठा आदर- सम्मान आदि सब धूल में मिल जाते हैं. महाभारत में भी दुर्योधन की वजह से कौरवों का नाश हो गया था. ऐसे में किसी भी परिवार के लिए  कुपुत्र खतरनाक होता है. 

 

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