बिहार पुलिस ने शराब माफियाओं के खिलाफ कसी कमर, उठाएं ये बड़े कदम
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बिहार पुलिस ने शराब माफियाओं के खिलाफ कसी कमर, उठाएं ये बड़े कदम

एडीजीपी जीएस गंगवार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी का अर्थ क्या होता है  अब माफियाओं और तस्करों को पता चलेगा. शराब की खेप को बिहार में एंट्री प्वाइंट पर जब्त कर अपराधियों को गिरफ्तार करने का काम किया जाएगा.

बिहार पुलिस ने शराब माफियाओं के खिलाफ कसी कमर, उठाएं ये बड़े कदम

पटना : बिहार पुलिस ने शराब माफियाओं के खिलाफ कमर कस ली है. प्रदेश में आने वाले माफिया और तस्करों के खिलाफ पुलिस ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है. अब बिहार राज्य से जुड़े  उत्तर प्रदेश, झारखंड के अलावा अंतरराष्टीय सीम पर एक-एक आदमी पर नजर रखी जा रही है. इधर, एडीजीपी जीएस गंगवार का कहना है कि इस बार पुलिस एक दम सख्त है और पुलिस मुख्यालय को भी निर्देश दिए गए है कि अगर कोई चकमा देकर प्रवेश करता है तो एक जिले से दूसरे जिले में घुसने से पहले उस पर कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस ने साल 2022 में  86464 लोगों की गिरफ्तारी
एडीजीपी जीएस गंगवार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी का अर्थ क्या होता है  अब माफियाओं और तस्करों को पता चलेगा. शराब की खेप को बिहार में एंट्री प्वाइंट पर जब्त कर अपराधियों को गिरफ्तार करने का काम किया जाएगा. अगर माफिया और तस्कर चकमा देकर प्रदेश में प्रवेश करते है तो उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि पुलिस ने वर्ष 2022 में कुल 86464 लोगों की गिरफ्तारी की थी और इसके अलावा  17 लाख 45 हजार लीटर शराब भी जब्ती की थी. उन्होंने कहा कि इस साल भी माफिया और तस्करों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई होगी.

पुलिस ने 215 टीम का किया गठन
बता दें कि राज्य के समस्त जिलों में गंभीर अपराध के अपराधियों की गिरफ्तारी तथा मद्यनिषेध के लिए विशेष अभियान ऑपरेशन प्रहार चलाया जा रहा है. इस ऑपरेशन में अधीन मद्यनिषेध के लिए जिला में एंटी लिकर टॉस्क फोर्स की 215 टीमें गठित हैं. इन टीमों ने वर्ष 2022 में शराब बनाने की 21 हजार 301 भट्ठियां ध्वस्त कीं है. सात लाख 70 हजार लीटर देशी तथा नौ लाख 75 हजार लीटर विदेशी शराब की बरामदगी की गई है. दिसंबर में 10688 गिरफ्तारियां दिसंबर में रिकॉर्ड 10688 गिरफ्तारियां हुईं  है इस वर्ष 2022 में की गई कुल गिरफ्तारियों के औसत से लगभग 48 प्रतिशत अधिक है. शराबबंदी कानून के उल्लंघन में गिरफ्तार होने वाले लोगों की संख्या के आधार पर मुजफ्फरपुर, बक्सर, भागलपुर, कैमूर और सारण टॉप फाइव जिले हैं. एक दिन में औसतन 7205 लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. अब माफियाओं और तस्करों पर नकेल कसने के लिए हम एक दम तैयार है.

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