Bihar News: उत्तर बिहार को बाढ़ से बचाने की सबसे बड़ी पहल, संजय झा के प्रयासों के बाद 5 सदस्यीय पैनल का गठन
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2319243

Bihar News: उत्तर बिहार को बाढ़ से बचाने की सबसे बड़ी पहल, संजय झा के प्रयासों के बाद 5 सदस्यीय पैनल का गठन

Bihar News: उत्तर बिहार में आने वाली बाढ़ से होने वाली परेशानी से बचने के लिए तैयारी जोरों से शुरू हो गई है. बाढ़ का समाधान का पता अब केंद्रीय जल आयोग की टीम लगाएगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के आदेश पर केंद्रीय जल आयोग द्वारा 5 सदस्यीय पैनल का गठन कर दिया गया है.

संजय झा के प्रयासों के बाद 5 सदस्यीय पैनल का गठन

पटनाः Bihar News: उत्तर बिहार में आने वाली बाढ़ से होने वाली परेशानी से बचने के लिए तैयारी जोरों से शुरू हो गई है. बाढ़ का समाधान का पता अब केंद्रीय जल आयोग की टीम लगाएगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के आदेश पर केंद्रीय जल आयोग द्वारा 5 सदस्यीय पैनल का गठन कर दिया गया है. जनता दल यूनाइटेड के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा ने कहा कि मुझे साझा करते हुए खुशी है कि बिहार के विकास तथा उत्तर बिहार में बाढ़ के दीर्घकालिक समाधान से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से विस्तृत चर्चा के बाद मैंने गत शुक्रवार (28 जून, 2024) को पूर्वाह्न में माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी से संसद भवन स्थित उनके कक्ष में मुलाकात की थी, जो काफी सार्थक रही है.

'माननीय वित्त मंत्री जी को धन्यवाद'
मंत्री संजय झा ने आगे कहा कि मैं हृदय से धन्यवाद देना चाहूंगा माननीय वित्त मंत्री जी को, कि उन्होंने उत्तर बिहार में बाढ़ के प्रभाव को कम करने से संबंधित मेरे सुझावों को काफी गंभीरता से सुना और उसी दिन शाम में एक और उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाई. जिसमें मुझे भी शामिल होने के लिए कहा. शाम की मीटिंग में माननीय केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर जी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की सचिव सुश्री देबाश्री मुखर्जी जी के अलावा वित्त, विदेश और जल शक्ति मंत्रालय के कुछ वरीय अधिकारी भी शामिल हुए.

बिहार में बाढ़ के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से हुई मीटिंग 
संजय झा ने आगे कहा कि इस महत्वपूर्ण मीटिंग में उत्तर बिहार में बाढ़ के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से बेहतर जल प्रबंधन का एक विस्तृत खाका तैयार करने के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हुई. मैंने विस्तार से बताया कि नेपाल से आने वाली नदियों की बाढ़ उत्तर बिहार के विकास की राह में कितनी बड़ी बाधा है. साथ ही, बाढ़ से जानमाल की सुरक्षा के कार्यों, राहत एवं पुनर्वास के उपायों में बिहार सरकार को हर साल बड़ी राशि खर्च करनी पड़ती है, जिससे राज्य का विकास प्रभावित होता है. बिहार के जल संसाधन मंत्री के रूप में काम करने के अपने अनुभवों के आधार पर मैंने इसके समाधान के लिए कई सुझाव भी दिए और सभी ने मेरे सुझावों को गंभीरता से सुना.

पांच सदस्यीय समिति का गठन 
मंत्री ने आगे कहा कि मैं आभारी हूं माननीय वित्त मंत्री जी का, कि उनकी व्यक्तिगत अभिरुचि के कारण मीटिंग में तय किया गया कि एक उच्च स्तरीय समिति उत्तर बिहार की विभिन्न नदियों के जल के बेहतर प्रबंधन के लिए नये बजाज एवं अन्य संरचनाओं के निर्माण की संभावनाओं का पता लगाएगी. केंद्रीय जल आयोग द्वारा उसी शाम पांच सदस्यीय समिति का गठन भी कर दिया गया. समिति में लोअर गंगा बेसिन ऑर्गेनाइजेशन (LGBO), पटना के मुख्य अभियंता श्री अंबरीश नायक को चेयरमैन, गंगा बाढ़ नियंत्रण आयोग (GFCC) के डायरेक्टर श्री संजीव कुमार, केंद्रीय जल आयोग के तहत BCD के डायरेक्टर श्री एस के शर्मा और जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार के प्रतिनिधि को सदस्य, जबकि LGBO के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर को सदस्य सचिव बनाया गया है. इस समिति को अपनी एक प्रारंभिक रिपोर्ट कल तक सौंप देनी है.

हर साल बाढ़ के रूप में आती है आपदा
संजय झा ने आगे कहा कि मुझे विश्वास है, NDA की डबल इंजन की सरकार उत्तर बिहार में हर साल बाढ़ के रूप में आने वाली आपदा को अवसर में तब्दील करेगी. हमारे उत्तर बिहार की भूमि काफी उपजाऊ है. वहां बाढ़ का दीर्घकालिक समाधान होने और अधिशेष नदी जल का सिंचाई में अधिकतम उपयोग होने पर संपूर्ण उत्तर बिहार में तेजी से विकास का मार्ग प्रशस्त होगा.

यह भी पढ़ें- Bihar Politics: राहुल गांधी में कई लोगों का ब्लड... मंत्री संतोष सिंह ये क्या बोल गए?

Trending news