केके पाठक के आदेशों का पालन करना प्रधानाध्यापिका को पड़ा भारी, छात्रों का नाम काटने पर अभिभावकों ने कर दी पिटाई
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केके पाठक के आदेशों का पालन करना प्रधानाध्यापिका को पड़ा भारी, छात्रों का नाम काटने पर अभिभावकों ने कर दी पिटाई

Bihar News: प्रधानाध्यापिका निरंजू कुमारी ने अपने आवेदन में कहा कि 1 जून की सुबह जब वे विद्यालय पहुंचीं और अपने कार्यालय में काम कर रही थीं, तभी पूर्व प्रभारी संजू कुमारी ने कुछ लोगों को विद्यालय में बुलाया. इसके बाद गांव के संतशरण सिंह, संजू सिंह, डेजी कुमारी और चंद्रभूषण सिंह विद्यालय पहुंचे और कार्यालय में कागजात को इधर-उधर फेंकने लगे.

केके पाठक के आदेशों का पालन करना प्रधानाध्यापिका को पड़ा भारी, छात्रों का नाम काटने पर अभिभावकों ने कर दी पिटाई

नवादा: नवादा जिले के नेमदारगंज थाना क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका निरंजू कुमारी ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग विद्यालय में घुसकर उनके साथ मारपीट और छेड़खानी की. उन्होंने इस संबंध में नेमदारगंज थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है. यह घटना 1 जून की बताई जा रही है.

प्रधानाध्यापिका निरंजू कुमारी ने अपने आवेदन में कहा कि 1 जून की सुबह जब वे विद्यालय पहुंचीं और अपने कार्यालय में काम कर रही थीं, तभी पूर्व प्रभारी संजू कुमारी ने कुछ लोगों को विद्यालय में बुलाया. इसके बाद गांव के संतशरण सिंह, संजू सिंह, डेजी कुमारी और चंद्रभूषण सिंह विद्यालय पहुंचे और कार्यालय में कागजात को इधर-उधर फेंकने लगे. जब निरंजू कुमारी ने इस पर आपत्ति जताई तो दो लोगों ने उनके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी और लाठी-डंडे से उनकी पिटाई की, जिससे उनका पैर टूट गया. मदद के लिए जब उन्होंने अपने भाई संजय कुमार को बुलाया, तो आरोपियों ने उसकी भी पिटाई की. संजय कुमार किसी तरह वहां से भाग निकले. प्रधानाध्यापिका ने यह भी बताया कि हमलावरों के हाथ में पिस्तौल भी थी.

थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि आवेदन मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच के बाद आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी. प्रधानाध्यापिका निरंजू कुमारी का कहना है कि उन्होंने शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार स्कूल नहीं आने वाले 70 छात्रों का नाम काट दिया था. इसी कारण उनके साथ यह घटना हुई. मारपीट की वजह से उनका पैर भी टूट गया है. इस घटना से विद्यालय में सुरक्षा और शांति व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ गई है. शिक्षा विभाग और पुलिस की ओर से उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. प्रधानाध्यापिका ने उम्मीद जताई है कि न्याय मिलेगा और दोषियों को सजा मिलेगी. वहीं, इस घटना से स्थानीय समुदाय में भी रोष है और लोग उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

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