Bihar Flood: नेपाल में हो रही बारिश से बिहार में त्राहिमाम मचा हुआ है. प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. वाल्मीकि नगर बराज से साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से कोसी और गंडक सहित कई नदियों का जलस्तर अचानक से बढ़ गया. इससे बगहा के कैलाश नगर और रामनगर दियारा में गंडक नदी में फंसे 58 किसान फंस गए. गनीमत है कि सभी को सुरक्षित बचा लिया गया है. SDRF के जवानों ने सभी किसानों को सकुशल उनके घर पहुंचाया. हालांकि, बैरगनिया में खेत से लौट रहे एक किसान की बागमती में डूबने से मौत हो गई. उधर रामनगर प्रखंड के सपही पंचायत में मसान नदी में पानी में घिरे तीन किसान भी सकुशल घर पहुंच चुके हैं.
दरअसल, शनिवार (6 जुलाई) की देर शाम रामनगर स्थित पहाड़ी मसान और ब्लोर नदियों का धाराओं का जलस्तर अचानक बढ़ने से तीन किसान बाढ़ के पानी में घिर गए थे. सभी खेती-किसानी करने के लिए नदी के उस पार गए थे. हालांकि, सूचना के बाद रामनगर सीओ वेदप्रकाश ने फौरन SDRF की टीम बुलाई. हालांकि, रात के घने अंधेरे और झाड़ियों के कारण रेस्क्यू टीम को पहुंचने में मुश्किल हो रही थी. लेकिन तकरीबन 12 घंटों की जद्दोजहद के बाद तीनों किसानों को नदी की जलधारा से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. सभी को रस्सी के सहारे बाहर निकाला गया. जिससे उनके परिजनों के साथ-साथ प्रशासन ने भी राहत की सांस ली.
बता दें कि वाल्मीकि नगर बराज से पानी छोड़े जाने से इलाके में भय का माहौल है. तटबंध के भीतर बसने वाले लोगों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. खेतों में भी दो से तीन फीट तक पानी भरा हुआ है. कई गावों में घर से बाहर निकलना मुश्किल है. कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से जिले के नवहट्टा प्रखंड के पूर्वी कोसी तटबन्ध के भीतर कई पंचायत और गांव कोसी के पानी से घिर चुके हैं, जिनमें हाटी, छतवन, रामपुर, केदली, अशय, पहाड़पुर, कठवार, गोपालपुर, बकुनिया, डरहार सहित कई गांव शामिल हैं.