Jamui News: 80 दिनों से कार्यालय नहीं आए नगर परिषद के चेयरमैन, वार्ड पार्षदों ने घोषित कर दिया इनाम, जानें कारण
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Jamui News: 80 दिनों से कार्यालय नहीं आए नगर परिषद के चेयरमैन, वार्ड पार्षदों ने घोषित कर दिया इनाम, जानें कारण

Jamui News: 80 दिनों से नगर परिषद अध्यक्ष अपने कार्यालय नहीं पहुंचे हैं. ऐसे में नगर के विकास की क्या कल्पना की जा सकती है. वार्ड पार्षदों ने नगर के चेयरमैन यानि मुख्य पार्षद पर मनमानी और लापरवाही का आरोप लगाया है.

जमुई नगर परिषद

Jamui News: बिहार के जमुई में इन दिनों नगर परिषद का हाल काफी बुरा हो चुका है. वार्ड पार्षदों और शहरवासियों ने शायद जिसकी कभी कल्पना नहीं की हो, वह कार्य आज देखने को मिल रहा है. यहां पिछले 3 महीने से नगर परिषद का विकास कार्य पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है. नगर परिषद के चेयरमैन मो. हलीम उर्फ लोलो भी 80 दिनों से गायब हैं. जिस वजह से सारा विकास कार्य अवरुद्ध हो चुका है. नगर परिषद के चेयरमैन की सूचना देने वालों को 1001 रुपया इनाम देने की घोषणा की गई है. अब नगर परिषद अध्यक्ष को ढूंढने के लिए उपाध्यक्ष व अन्य वार्ड पार्षद जुटे हुए हैं.

नगर परिषद कार्यालय में चेयरमैन का दर्शन दुर्लभ हो चुका है. अब इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब 80 दिनों से नगर परिषद अध्यक्ष ही कार्यालय से गायब हों, तो ऐसे में नगर के विकास की क्या कल्पना की जा सकती है. इस मामले में वार्ड पार्षदों ने नगर के चेयरमैन यानि मुख्य पार्षद पर मनमानी और लापरवाही का आरोप लगाया है और विकास कार्यों की दयनीय स्थिति के जिम्मेदार सिर्फ नगर परिषद के मुख्य पार्षद मो. हलीम उर्फ लोलो को ठहराया हैं. नगर परिषद उपाध्यक्ष नीतीश कुमार, वार्ड पार्षद गरीब मियां, मो. अफरोज, मो. सब्बीर, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि बबन सिंह, साको राम, कुंदन सिंह सहित अन्य वार्ड पार्षदों ने बताया कि 18 अक्टूबर को हुई बोर्ड की बैठक के बाद बिना हस्ताक्षर किए ही मुख्य पार्षद मो. हलीम उर्फ लोलो गायब हो गए और आजतक उनका कुछ पता नहीं चल सका है.

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मुख्य पार्षद किसी के बहकावे में आकर गुमराह हो चुके हैं. आजतक ऐसी स्थिति नगर परिषद कार्यालय में देखने के लिए नहीं मिली है. उन्होंने बताया की यह आश्चर्य की बात है कि 80 दिनों से नगर का चेयरमैन यानि मुख्य पार्षद कार्यालय नहीं आ रहे हैं. और ना ही नगर के बोर्ड की बैठक आयोजित की गई है. इतना ही नहीं नगर बोर्ड की बैठक को भी अपने मर्जी से दो बार स्थगित कर दिया गया है. जिस वजह से नगर में विकास का कार्य बाधित हो रहा है. नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी बिना अध्यक्ष की सहमति से कोई भी काम करने में असमर्थ हैं.

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वार्ड पार्षदों ने आगे कहा कि नगर की जनता हम वार्ड पार्षदों को नगर क्षेत्र में विकास के लिए जीता कर भेजा है. परंतु नगर के चेयरमैन की मनमाने रवैया के कारण नगर में विकास नहीं हो रहा है और चेयरमैन को थोड़ा भी एहसास नहीं है. जिस उम्मीद से शहर वसियों ने उन्हें नगर का चेयरमैन बनाया था आज चेयरमैन ही विकास कार्यों में बाधा बने हुए हैं. नगर वासियों की उम्मीदों पर पानी फेर रहे हैं.आगे वार्ड पार्षदों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि अगर चेयरमैन कार्यालय नहीं पहुंचे और विकास कार्यों को शुरू नहीं किया गया तो आगे उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक आयोजित करने के लिए आवेदन दिया जाएगा.

रिपोर्ट- अभिषेक निराला

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