Lalu Murder Case: कुछ महीने पहले ही लालू सिंह ने अपने बड़े भाई मिथिलेश सिंह को जेल से बाहर निकलवाया था और इसके लिए उसने न जाने कितने वकीलों के चक्कर लगाए और कितनी फीस भरी, लेकिन जेल से बाहर आने के बाद मिथिलेश ने लालू को मौत के घाट उतार दिया.
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वाकई, काल मंडरा रहा था लालू पर. नहीं तो जिस भाई ने वकीलों और कोर्ट कचहरी का चक्कर लगाकर जिस भाई को बाहर निकलवाया, उसी ने अपनी पत्नी से मिलकर उसे मार डाला. मामला जमीन विवाद का बताया जा रहा है. मिथिलेश उर्फ कुनकुन सिंह की पत्नी पांच महीने की गर्भवती बताई जा रही है, लेकिन चूंकि लालू को मार डालने के लिए उसी ने हथियार मुहैया करवाया, लिहाजा पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में पुलिस की वाहवाही की जानी चाहिए, क्योंकि वारदात के महज साढ़े 3 घंटे में ही पत्नी ने खुलासा कर दिया. मामला बिहार के जमुई के खैरा थानाक्षेत्र का बताया जा रहा है.
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जमुई के एसपी मदन कुमार आनंद ने बताया, बुधवार देर शाम धोवघट गांव में मिथिलेश सिंह उर्फ कुनकुन सिंह ने मंझले भाई लालू सिंह उर्फ प्रमोद की गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मिथिलेश सिंह देवघर की ओर भाग रहा था, लेकिन पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रैस कर उसे धर दबोचा. पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त पिस्टल और मैगजीन के अलावा खोखा भी बरामद कर लिया है.
बता दें कि मिथिलेश उर्फ कुनकुन का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. 10 साल पहले उसने सिमरिया मुसहरी के सौदागर मांझी की हत्या कर दी थी. एक साल पहले उसने गांव के विशाल कुमार और उनकी पत्नी पर गोली चलाई थी. हालांकि वे बच गए थे. इसी मामले में वह जेल में बंद था और एक महीने पहले ही बाहर निकला है. जिस भाई को मिथिलेश ने मौत के घाट उतार दिया, उसी लालू सिंह ने उसे जेल से छुड़वाने के लिए कोर्ट और वकीलों के चक्कर लगाए और न जाने कितने पैसे खर्च किए.
लालू सिंह को क्या पता था कि जिस बड़े भाई को वह जेल से निकलवा रहा है, बाहर आने के बाद वह उसी की जान का दुश्मन बन बैठेगा. एसपी जमुई से जब कुमकुम सिंह की पत्नी शिखा सिंह के गर्भवती होने की बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शिखा देवी ने ही कुनकुन को हथियार निकालकर देते हुए कहा था कि इसको गोली मार दीजिए. इसलिए पांच माह की गर्भवती शिखा सिंह को भी जेल भेज दिया गया है.
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आरोपी कुनकुन सिंह का भी कहना है कि हमारे भाइयों द्वारा मेरे बेटे की हत्या मामले में विरोधी पक्ष से केस में सुलह कर लेने का दबाव बनाया जा रहा था. इस वजह से मेरे परिवार के साथ मारपीट की जा रही थी और इसी से तंग आकर इस वारदात को अंजाम दिया है.