राष्ट्रीय ध्वज का स्कूल प्रिंसिपल ने किया अपमान, ग्रामीणों ने किया हंगामा तो हुई गिरफ्तारी
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राष्ट्रीय ध्वज का स्कूल प्रिंसिपल ने किया अपमान, ग्रामीणों ने किया हंगामा तो हुई गिरफ्तारी

National Flag Insult Case: कहा जाता है कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं और इन्हें संवारने, शिक्षित करने, बेहतरीन नागिरक बनाने और नैतिकता का पाठ पढ़ाने की जिम्मेदारी गुरुओं की होती है.

राष्ट्रीय ध्वज का स्कूल प्रिंसिपल ने किया अपमान, ग्रामीणों ने किया हंगामा तो हुई गिरफ्तारी

घाटशिला : National Flag Insult Case: कहा जाता है कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं और इन्हें संवारने, शिक्षित करने, बेहतरीन नागिरक बनाने और नैतिकता का पाठ पढ़ाने की जिम्मेदारी गुरुओं की होती है. लेकिन वही शिक्षक जब छात्रों के सामने बच्चों से कुछ ऐसा करवाएं जिससे देश का और खासकर अपने राष्ट्रीय झंडे का अपमान हो तो फिर सोचिए वह कैसे छात्र तैयार कर रहा है. ऐसा ही एक मामला झारखंड में जमशेदपुर से सटे घाटशिला का है जिसमें स्कूल के प्रधानाध्यापक के द्वारा राष्ट्रीय झंडे का अपमान बच्चों से कराया जा रहा है. 

बच्चों से कराया प्रिंसिपल ने तिरंगे का अपमान 
स्कूल प्रिंसिपल के द्वारा बच्चों के साथ मिलकर तिरंगे को कैंची से काटकर डस्टर बनवाकर ब्लैक बोर्ड और बेंच टेबल साफ कराया जाय तो इसे देश के भविष्य निर्माण के साथ खिलवाड़ ही कहा जायेगा. यह तस्वीर घाटशिला से आयी है जहां घाटशिला बोर्ड मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान करने और बच्चों से करवाने का आरोप लगा है. जिससे गुस्साएं ग्रामीणों ने प्रभारी प्राचार्य शफक इकबाल के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है और उन्हें तत्काल नौकरी से बर्खास्त करने व कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. 

प्रिंसिपल बोले गलती से हुआ अपमान, मुझे नहीं पता फटे ध्वज का क्या करना है
बता दें कि इस घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण घाटशिला स्थित बोर्ड मध्य विद्यालय स्कूल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया. ग्रामीणों के स्कूल पहुंचने पर प्रभारी प्राचार्य ने स्वीकार किया कि उन्होंने फटे तिरंगे को कैंची से काटा था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें ज्ञात नहीं था कि राष्ट्रीय ध्वज फट जाने से उसका क्या करना होता है. जिस पर ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गए. हंगामे की सूचना पाकर तत्काल घाटशिला के युवा जिला परिषद सदस्य कर्ण सिंह विद्यालय पहुंचे. पार्षद कर्ण सिंह ने प्राचार्य से मिलकर मामले की जानकारी ली. जब उन्हें पता चला कि वाकई में तिरंगे को काटकर उसका इस्तेमाल ब्लैक बोर्ड और कुर्सी पोछने के लिए हुआ तो उन्होंने प्रधानाध्यापक को जमकर  फटकार लगाई. उन्होंने प्रधानाध्यापक से कहा कि आप विद्यार्थियों को क्या सीख देंगे. यह पूरे राष्ट्र के लोगों की भावना का अपमान है. 

मामले की जानकारी के बाद अधिकारियों का एक्शन जारी 
पार्षद ने डीएसई से मामले की तुरंत शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है. डीएसई ने बीईईओ को स्कूल में जांच के लिए भेजा है.  इधर हंगामे की सूचना पर मजिस्ट्रेट केशव भारती, बीईईओ सुबोध कुमार राय, घाटशिला थाना के एएसआई असगर अली व अन्य अधिकारी स्कूल पहुंचे. जहां बीईईओ, पार्षद, मुखिया व एएसआई, मुखिया प्रफुल्ल हांसदा, उपमुखिया शंकर बेहरा के समक्ष ही प्रधानाध्यापक ने इस बात को पुनः स्वीकार किया. 

आक्रोशित ग्रामीणों के गुस्से को ठंडा करने में प्रशासन के छूटे पसीने 
इसको लेकर ग्रामीण आरोपी प्रधनाध्यापक को स्कूल के कार्यालय से खींचकर बाहर लाने लगे. प्रशासन के अधिकारियों के समझाने के बावजूद भी लोग शांत होने को तैयार नहीं थे. मामले को बिगड़ता देख जिला पार्षद कर्ण सिंह ने अपनी सूझबूझ से गुस्साए लोगों से कहा कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस पर कानूनी कार्रवाई होगी. आप लोग कानून हाथ में न लें इसके बाद किसी तरह से पुलिस की मदद से भीड़ से आरोपी प्रधानाध्यपक को बाहर निकाला गया. इस दौरान पुलिस के द्वारा सुरक्षित थाना ले जाने के क्रम में आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी शिक्षक के ऊपर पत्थर और अंडे फेंके. 

प्रभारी प्रधानाध्यापक पर तत्काल हुई कार्रवाई 
पुलिस जीप के पीछे-पीछे ग्रामीण महिला-पुरुष भी घाटशिला थाना पहुंच गए और दोषी शिक्षक के ऊपर कार्रवाई की मांग करने लगे. शिक्षक के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के अपमान मामले को जिला परिषद सदस्य ने गंभीरता से लिया. पार्षद कर्ण सिंह ने घाटशिला के थाना प्रभारी शंभू गुप्ता को लिखित आवेदन देकर प्रभारी प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की मांग की. थानाध्यक्ष ने कहा कि ध्वज के अपमान मामले में की जानकारी वरीय अधिकारियों को भी दी गई है, आरोपित प्राचार्य पर राष्ट्रीय ध्वज के अपमान करने का आरोप है.  इस मामले में थाने में राष्ट्रीय प्रतिष्ठा धूमिल रोकथाम अधिनियम 1971 के तहत मामला दर्ज हुआ है. इधर बीईईओ ने प्रभारी प्रधानाध्यापक पर आनन-फानन में तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया है. उनकी जगह विद्यालय के वरीय शिक्षिका मीना कुमारी यादव को कार्यभार सौंप दिया गया है. 
(रिपोर्ट:- रणधीर कुमार सिंह)

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