Jharkhand Police: जमशेदपुर शहर में सबसे अधिक संवेदनशील एमजीएम थाना रहा है. जहां एक तरफ शहरी क्षेत्र तो दूसरी तरफ नक्सलवाद क्षेत्र और यह थाना महज एक जर्जर फ्लैट में चलता था, मगर राज्य सरकार की ओर से लगभग तीन करोड़ की लागत से शहर का सबसे आधुनिक सुविधाओं से लैस थाना बनकर तैयार हो गया.
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जमशेदपुर:Jharkhand Police: जमशेदपुर शहर में सबसे अधिक संवेदनशील एमजीएम थाना रहा है. जहां एक तरफ शहरी क्षेत्र तो दूसरी तरफ नक्सलवाद क्षेत्र और यह थाना महज एक जर्जर फ्लैट में चलता था, मगर राज्य सरकार की ओर से लगभग तीन करोड़ की लागत से शहर का सबसे आधुनिक सुविधाओं से लैस थाना बनकर तैयार हो गया. इस थाने में पूजा होते ही पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ आसपास के लोग भी काफी खुश दिख रहे थे. इस दौरान जमशेदपुर एसएसपी प्रभात कुमार, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, एमजीएम थाना प्रभारी समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे.
एसपी प्रभात कुमार ने कहा कि आज भवन निर्माण से पुलिस को स्थानीय को दिया गया. जिसके बाद विधि विधान से पूजा अर्चना की गई. यह थाना आधुनिक सुविधाओं से लैस है. इस थाने में थाना प्रभारी से लेकर जितने भी थाना में पुलिस अधिकारी है उनके रहने की सुविधा है. साथ ही साथ कॉन्फ्रेंस रूम है कंप्यूटर रूम है. थाना प्रभारी के लिए अलग चेंबर है, डायरी लिखने के लिए अलग रूम है, अन्य कार्य के लिए अलग-अलग सुविधाएं उपलब्ध है, और यह थाना की सुविधाओं का लाभ लेकर पुलिस अधिकारियों जनता को बेहतर सुविधा देने का काम करेंगे.
थाने की सुविधा
पूरा थाना सीसीटीवी कैमरे के साथ वाईफाई से लैस होगी, पुलिस अधिकारी के साथ आम लोगों को मिलेगी सुविधा.
एमजीएम थाने में कैंटीन की सुविधा पुलिस अधिकारियों के लिए जिम की सुविधा, विश्रामागार.
एमजीएम थाने में महिला और पुरुष हाजत, बालमित्र थाना.
टेक्निकल सेल, सभागार, कंप्यूटर रूम, ऑनलाइन FIR की व्यवस्था समेत अन्य सुविधाएं मिलेगी.
आधुनिक सुविधाओं से लैस जमशेदपुर शहर का सबसे बेहतर थाना है.
थाने में पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ बाहर से आने वाले लोगों के लिए भी कैंटीन बैठने के लिए बेंच समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध होगी.
थाने के बाहर पार्क का निर्माण हो रहा है.
पुलिस अधिकारियों के साथ आम लोगों के लिए भी पार्किंग की सुविधा.
शहर की आपराधिक घटनाओं के साथ-साथ नक्सलियों पर लगाम लगाने के लिए कई तकनीकी सेल थाने में उपलब्ध.
वही एमजीएम थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि पूर्व में काफी परेशानी होती थी, दो कमरे में थाना चलाना पॉसिबल नहीं था, बावजूद हमारे पुलिस अधिकारी सब मिलकर बेहतर काम करते थे, हमारे थाना क्षेत्र में एक तरफ शहरी क्षेत्र है तो दूसरा हिस्सा नक्सली क्षेत्र है, और इसे हम बेहतर तरीके से काम करते थे, मगर अब हमें अत्याधुनिक सुविधा शैल थाना उपलब्ध किया गया है, जिसमें हम रहकर बेहतर काम करेंगे और शहर के अपराधियों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में नक्सलियों पर भी विशेष रूप से लगाम लगा सकेंगे.