Jharkhand News: गढ़वा जिले के कांडी बाजार में एक महिला झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत हो गई, जबकि महिला गंभीरावस्था में अस्पताल में भर्ती है. जानकारी के अनुसार कांडी प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत मझगवां के शिवंडी टोला निवासी पंकज यादव द्वारा प्रसव पीड़ा से व्याकुल उसकी पत्नी पूजा कुमारी को कांडी बाजार स्थित महिला चिकित्सक प्रतिमा देवी के पास लाया गया.
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रांची: गढ़वा जिले में इन दिनों झोलाछाप डॉक्टर या कहे की ग्रामीण चिकित्सक मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है. ताजा मामला जिले के कांडी बाजार में एक झोलाछाप डॉक्टर ने एक गर्भवती महिला के बच्चे की जान ले ली है. दरअसल, यह झोलाछाप डॉक्टर एक महिला है जो एएनएम का कार्य करती है. ये मरीजों को अस्पताल से बहला फुसलाकर अपने निजी क्लिनिक में ले जा कर खुद से प्रसव कराती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को इस प्रकरण की पूरी जानकारी है उसके बाद भी विभाग मौन है. कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है.
बता दें कि गढ़वा जिले के कांडी बाजार में एक महिला झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत हो गई, जबकि महिला गंभीरावस्था में अस्पताल में भर्ती है. जानकारी के अनुसार कांडी प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत मझगवां के शिवंडी टोला निवासी पंकज यादव द्वारा प्रसव पीड़ा से व्याकुल उसकी पत्नी पूजा कुमारी को कांडी बाजार स्थित महिला चिकित्सक प्रतिमा देवी के पास लाया गया. महिला चिकित्सक द्वारा इलाज जारी रखने के 9 घंटे बाद भी कोई खास लाभ नहीं मिलने पर परिजनों ने प्रसव पीड़ित महिला को बाहर ले जाने हेतु महिला चिकित्सक से डिस्चार्ज करने का आग्रह किया. किंतु उक्त महिला चिकित्सक द्वारा झूठा आश्वासन देते हुए महिला का इलाज किया जाता रहा. परिजनों के अनुसार 10 घंटे बाद महिला ने मृत बच्चे को जन्म दिया साथ ही अधिक रक्तस्राव होने की वजह से महिला की स्थिति काफी नाजुक हो गई.
महिला के पति व उसके परिजनों ने महिला चिकित्सक के खिलाफ कांडी थाना रेफरल अस्पताल मझिआंव व सिविल सर्जन गढ़वा को आवेदन देते हुए कड़ी करवाई का आग्रह किया है. साथ ही गंभीर अवस्था में पूजा कुमारी को बेहतर इलाज के लिए गढ़वा में एक अस्पताल में भर्ती कराया है. घटना के बाद परिजनों ने खूब हंगामा किया. इसकी जानकारी मिलते ही डीसी ने सिविल सर्जन को जांच का निर्देश दिया जिसके बाद सिविल सर्जन ने क्लीनिक को सील करते हुए मामले की कार्रवाई में जुट गए. समाजसेवी ने बताया कि इस क्षेत्र में अवैध रूप से निजी क्लिनिक खोल कर लोग बैठे हुए है लेकिन स्वास्थ्य विभाग मूकदर्शक बना हुआ है और झोलाछाप डॉक्टर लोगों की जान ले रहे है.
साथ ही सिविल सर्जन ने कहा कि दोनों ओर से आवेदन मिला है. प्रसव पीड़ा के बाद महिला निजी क्लिनिक मे आई थी बच्चा मृत पैदा लिया था फिलहाल क्लिनिक को शील कर दिया और जांच जारी है.
इनपुट- आशीष प्रकाश राजा
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