गया में स्थित इस मंदिर में भगवान विष्णु के पदचिह्न हैं. पितृपक्ष के दौरान यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटती है. ऐसा माना जाता है कि पितरों के तर्पण के बाद इस मंदिर में भगवान विष्णु के चरणों के दर्शन करने से इंसान के समस्त दुखों का नाश होता है और पूर्वज पुण्यलोक को प्राप्त करते हैं.
गया के पास स्थित बोधगया में बौद्ध धर्म का बसे प्रसिद्ध मंदिर है. इस मंदिर परिसर में एक बोधि वृक्ष है, जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इस मंदिर में भगवान बुद्ध की एक बहुत ही विशाल मूर्ति स्थापित की गई है.
मां शक्ति को समर्पित पहाड़ पर स्थित यह मंदिर है. यह स्थान 18 महाशक्ति पीठों में से एक है. ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त यहां पूजा करने आते हैं उनकी इच्छा पूरी होती है.
गया से 60 किलोमीटर दूरी पर स्थित नालंदा यूनिवर्सिटी का इतिहास अपने आप में ही गौरवशाली है. देश-विदेश से छात्र नालंदा यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए आते थे. वर्तमान समय में यूनिवर्सिटी के अवशेष को आप देख सकते हैं.
अगर आप गया जा रहे हैं तो गया से 65 किलोमीटर दूर राजगीर जाने का प्लान जरूर बनाना चाहिए. यहां पर बना विश्व शांति स्तूप आकर्षण का केंद्र है. इसके अलावा राजगीर में सप्तपर्णी गुफा, गर्म जल की झरना, वाइल्ड लाइफ सफारी इत्यादी का भी लुफ्त उठा सकते हैं.
गया से 20 किलोमीटर उत्तर में स्थित इस गुफा तक पहुंचने के लिए 7 किलोमीटर पैदल और 10 किलोमीटर रिक्शा या तांगा से चलना पड़ता है. बौद्ध धर्म के लिए यह गुफा काफी महत्वपूर्ण है. बराबर और नागार्जुनी श्रृंखला के पहाड़ पर यह गुफा स्थित है.
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