बेगूसराय में अगलगी से पीड़ित 200 परिवार से मिले पप्पू यादव, कहा- 'बिहार में सरकार और सिस्टम की कार्यशैली ठीक नहीं..'
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बेगूसराय में अगलगी से पीड़ित 200 परिवार से मिले पप्पू यादव, कहा- 'बिहार में सरकार और सिस्टम की कार्यशैली ठीक नहीं..'

बिहार के बेगूसराय में बीते दिन बेगूसराय जिला के मटिहानी प्रखंड अंतर्गत सिहमा के पथला टोला में भीषण अगलगी के कारण लगभग 200 परिवार घर विहीन हो गए थे. ऐसे में तमाम प्रतिनिधि मंडल द्वारा वहां जायजा भी लिया गया. 

बेगूसराय में अगलगी से पीड़ित 200 परिवार से मिले पप्पू यादव, कहा- 'बिहार में सरकार और सिस्टम की कार्यशैली ठीक नहीं..'

बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में बीते दिन बेगूसराय जिला के मटिहानी प्रखंड अंतर्गत सिहमा के पथला टोला में भीषण अगलगी के कारण लगभग 200 परिवार घर विहीन हो गए थे. ऐसे में तमाम प्रतिनिधि मंडल द्वारा वहां जायजा भी लिया गया. ऐसे में फिर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने सभी पीड़ित परिवारो से मिले और सभी 200 परिवारों के लिए साड़ी लूंगी और 5 चापाकल के लिए 50 हजार रुपये नकद देकर मदद की.  

वहीं पर तीन बच्ची का शादी होनी थी. तीनों बच्ची के शादी के लिए 25-25 हजार रुपये मदद के लिए दिए. पप्पू यादव ने इस घटना बाद पीड़ित परिवारों की अब तक दयनीय स्थिति को लेकर बिहार सरकार और सिस्टम के कार्यशैली को एक बार फिर कटघरे में खड़ा किया और कहा कि बिहार में लगातार ऐसी घटनाओं के साथ- साथ आपराधिक वारदातें भी हो रही है. हर जगह जाना संभव नहीं, लेकिन सरकार और उनके सिस्टम राहत और अपराध नियंत्रण पर इतनी सुस्त क्यों ये आने वाले कल के लिए ठीक नहीं. इन चीजों पर सरकार को जल्द रोड मैप चेंज करनी चाहिए.

बता दें कि बेगूसराय में पिछले दिनों मटिहानी प्रखंड के दो अलग-अलग जगहों पर भीषण आग लगने की घटना में तकरीबन 200 घर जलकर राख हो गए थे और सैकड़ों लोग बेघर हो गए थे. उक्त घटना में एक युवक की जान भी चली गई थी तो वहीं कई मवेशी भी हताहत हुए थे. लेकिन अब पीड़ित लोगों की मदद के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ कई स्वयंसेवी संगठनों ने भी हाथ आगे बढ़ाया है और इसी कड़ी में लगातार पीड़ित परिवारों के बीच राहत पहुंचाई जा रही है. लोगों की मांग पर जिला प्रशासन ने भी स्वयंसेवी संगठनों से अपील की है कि सिर्फ खाद्य पदार्थ ही नहीं अगर संभव हो सके तो सीमेंट की चादर भी लोगों को मदद स्वरूप दी जाए. जिससे कि वह एक बार फिर अपना आशियाना बना सकें. बीती रात भी कई स्वयंसेवी संगठनों के द्वारा पीड़ित परिवारों के बीच पके हुए खाद्य पदार्थ का वितरण किया गया.

इनपुट- जितेंद्र चौधरी

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