Darbhanga: ना फिरौती मांगी ना जिश्मफरोसी कराई, फिर क्यों युवाओं को बनाया जा रहा था बंधक?
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1837670

Darbhanga: ना फिरौती मांगी ना जिश्मफरोसी कराई, फिर क्यों युवाओं को बनाया जा रहा था बंधक?

इसका खुलासा तब हुआ जब पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक युवक के परिजन उसे खोजते हुए दरभंगा पहुंच गए. उन्होंने पुलिस में अपने बेटे के बंधक बनाए जाने की शिकायत की थी. 

प्रतीकात्मक तस्वीर

Darbhanga News: बिहार के दरभंगा से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक नेटवर्किंग कंपनी के नाम पर युवाओं को बंधक बनाया जा रहा था. इसका खुलासा तब हुआ जब पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक युवक के परिजन उसे खोजते हुए दरभंगा पहुंच गए. उन्होंने पुलिस में अपने बेटे के बंधक बनाए जाने की शिकायत की थी. उनकी शिकायत पर पुलिस ने तफ्तीश की और एक मकान से लड़के को सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस को मौके से जितने भी लड़के मिले, वो सभी बाहरी थे. 

हैरान करने वाला ये मामला विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र का है. पीड़ितों ने बताया कि विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के आजमनगर कल्पना सिनेमा के पीछे एक मकान में नेटवर्किंग कंपनी के द्वारा युवाओं को नौकरी देने के नाम बुलाया गया था. उनसे 19 हजार की सैलरी में कपड़ा गोदाम में नौकरी दिलवाने का वादा किया गया था. ज्यादातर लड़के दूसरे राज्यों के थे. यहां पहुंचने पर उनको कोई नौकरी नहीं दी गई. उन्हें जिस मकान में ठहराया गया, उसमें रहने और खाना-पीना का 3 हजार रुपये ऊपर से ले लिया गया. 

ये भी पढ़ें- Bihar News: त्योहारों पर बोई जा रही हिंसा की पौध, चुनाव में लहलहाएगी फसल तो अपने-अपने हिस्से का काट लेंगी पार्टियां

पीड़ितों ने बताया कि यहां आने पर उनका गलत वीडियो बना लिया गया और उसके जरिए ब्लैकमेल किया जाता था. उन्हें और बेरोजगार युवकों को इकट्ठा करने का टारगेट दिया गया था.  अब पुलिस ने सभी बंधकों को छुड़ा लिया है. पुलिस अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इतनी बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों के लड़कों को क्यों जमा किया जा रहा था? इन लड़कों के परिवारवालों ने कोई फिरौती नहीं मांगी गई और ना ही इन लड़कों से जिश्मफरोसी कराई गई, तो इन्हें यहां बंधक बनाकर रखने का मकसद क्या था?

Trending news