Simaria Assembly Seat: सिमरिया में BJP के किशुन दास ने खिलाया था 'कमल', कांग्रेस को मिले थे इतने वोट
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Simaria Assembly Seat: सिमरिया में BJP के किशुन दास ने खिलाया था 'कमल', कांग्रेस को मिले थे इतने वोट

Simaria Seat: झारखंड राज्य के गठन के बाद 2005 में इस सीट पर पहली बार हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली थी. बीजेपी के उपेंद्र नाथ दास विधायक चुने गए थे. इसके बाद 2008 में उपचुनाव में यहां से सीपीआई नेता राम चंद्र को जीत मिली थी.

सिमरिया सीट

Simaria Assembly Seat Profile: झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गयी है. इंडिया और एनडीए गठबंधन सियासी बिसात पर गोटियां चलाने लगे हैं. इस बार सिमरिया सीट काफी चर्चा में है. एनडीए की ओर इस सीट पर बीजेपी और आजसू दोनों अपना-अपना दावा ठोंक रहे हैं. हालांकि, लंबे अर्से के बाद सिमरिया विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का कमल खिलता रहा है. 2019 में इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार किशुन कुमार दास ने आजसू के मनोज चंद्रा को 15 हजार वोटों के अंतर से शिकस्त दी थी. बीजेपी उम्मीदवार किशुन कुमार दास को 61 हजार 438 वोट तो वहीं आजसू के मनोज चंद्रा को 50 हजार 442 मत मिले थे. तीसरे नंबर पर झाविमो के रामदेव सिंह भोक्ता रहे थे. उन्हें 31 हजार 346 वोट मिले थे.

2019 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के योगेंद्र नाथ बैठा चौथे स्थान पर रहे थे और उनको 27 हजार 665 वोट मिले थे. इसके बाद बसपा के जितेंद्र कुमार को 2021, सीपीआइ के विनोद बिहारी पासवान 3487, झारखंड पार्टी के आनंद कुमार भारती 3579, अंबेडकर राइड पार्टी ऑफ इंडिया के खेमन राम को 1169, पीपुल्स पार्टी आफ इंडिया के छोटन कुमार को 596 वोट मिले थे.

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इस बार एनडीए और इंडिया ब्लॉक दोनों में इस सीट को लेकर मारामारी चल रही है. एनडीए की तरह इंडिया कैंप में भी बैठकों का दौर चल रहा है. यहां की मुख्य समस्या विस्थापन व सिंचाई हैं. क्षेत्र के विस्थापित किये गये रैयतों को उनका अधिकार नहीं मिल रहा हैं. कई समस्याओं से रैयत जूझ रहे हैं. इसी तरह सिंचाई का साधन नहीं होने से हजारों एकड़ भूमि परती है. किसान खेती नहीं कर पाते हैं.

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