Draupadi Murmu पर बोले उपेंद्र कुशवाहा, पहली बार आदिवासी महिला बनीं उम्मीदवार, सभी करें समर्थन
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Draupadi Murmu पर बोले उपेंद्र कुशवाहा, पहली बार आदिवासी महिला बनीं उम्मीदवार, सभी करें समर्थन

Draupadi Murmu: उपेंद्र कुशवाहा ने इस फैसले को बहुत ही बेहतर डिसीजन बताया है. आदिवासी समाज को कभी भी इस तरह का गौरव नहीं मिला था कि उनके समाज से कोई हिंदुस्तान के राष्ट्रपति पद को सुशोभित करे. इस बार उन्हें यह मौका मिला है. वह सिर्फ आदिवासी ही नहीं बल्कि एक महिला भी हैं, तो यह एक बड़े गौरव का मौका है.

Draupadi Murmu पर बोले उपेंद्र कुशवाहा, पहली बार आदिवासी महिला बनीं उम्मीदवार, सभी करें समर्थन

पटनाः Draupadi Murmu:JDU के संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बयान दिया कि सारी चीजें, बात हुई कि नहीं हुई, या उन चीजों को लेकर चर्चा की क्या जरूरत है. उन्होंने कहा कि अब जो डिसीजन हुआ है उसके बाद जो बात सामने आ रही है, तो यह एक अच्छा फैसला है. कुशवाहा ने कहा कि वह एक महिला हैं और वह भी आदिवासी समाज से हैं. ऐसे में  इस डिसीजन के साथ सबको होना चाहिए.

द्रौपदी मुर्मू के लिए पक्ष-विपक्ष न देखें: उपेंद्र
उपेंद्र कुशवाहा ने इस फैसले को बहुत ही बेहतर डिसीजन बताया है. आदिवासी समाज को कभी भी इस तरह का गौरव नहीं मिला था कि उनके समाज से कोई हिंदुस्तान के राष्ट्रपति पद को सुशोभित करे. इस बार उन्हें यह मौका मिला है. वह सिर्फ आदिवासी ही नहीं बल्कि एक महिला भी हैं, तो यह इतना बड़ा गौरव का क्षण है. देश के लिए ये बहुत ही अच्छा डिसीजन है. इस डिसीजन के कारण ही हम बाकी लोगों से अपील करेंगे कि इसमें लोग पॉलिटिक्स नहीं देखें. पक्ष-विपक्ष नहीं देखें. सभी लोग आम राय से इनके समर्थन में आएं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से लगता है कि विपक्ष के कुछ दल भी स्वतः डिसीजन लेंगे सभी को साथ आना चाहिए और द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनना तय है. 

मनोज पांडेय ने भी रखी अपनी बात
जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव है संवैधानिक सर्वोच्च पद का चुनाव है, अभी तक जो परिस्थितियां दिख रही है मुझे लगता है एनडीए ने जो उम्मीदवार की घोषणा की है उसके बाद एक बार जरूरत है तमाम विपक्षी दलों को कि वे पुनर्विचार करें. मेरा व्यक्तिगत मानना है कि एक ऐसा माहौल बने की सर्वसम्मति से चुनाव की नौबत ना आए. राष्ट्रपति पद की गरिमा बरकरार रहे. एनडीए अपना प्रत्याशी घोषित किया है ,महिला सशक्तिकरण दिशा में या पहली बार आदिवासी महिला को मौका देने का काम किया गया है. निश्चित रूप से स्वागत योग्य है. लेकिन इसमें आगे हमारी पार्टी का स्टैंड क्या होगा यह शीर्ष नेतृत्व तय करेगा. बहुत जल्द हमारी पार्टी का स्टैंड क्लियर हो जाएगा.

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