Chapra: मोबाइल गेम खेलते हुए नाबालिग किशोर और किशोरी की जान पहचान हुई. नाबालिग किशोर बिहार से सीधा नागपुर पहुंच कर किशोरी को अपने साथ छपरा ले आया. जिसके बाद किशोरी के परिजनों ने उसके लापता होने का मामला दर्ज करवाया.
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Chapra: मोबाइल गेम खेलते हुए नाबालिग किशोर और किशोरी की जान पहचान हुई. दोनों की जान पहचान इतनी आगे बढ़ गई कि नाबालिग किशोर बिहार से सीधा नागपुर पहुंच कर किशोरी को अपने साथ छपरा ले आया. जिसके बाद किशोरी के परिजनों ने उसके लापता होने का मामला दर्ज करवाया.
गेम के जरिए शुरू हुई बात
दरअसल, इन दोनों नाबालिगों के बीच जान पहचान का जरिया फ्री फायर नाम का मोबाइल गेम बना. जानकारी के मुताबिक दोनों ही यह गेम खेलते थे और उसी दौरान इनकी पहचान हुई. यह गेम खेलते हुए दोनों ने नम्बर एक्सचेंज किए. जिसके बाद दोनों के बीच बाते बढ़ने लगी. किशोर का नाम गेम में आर्यन है और किशोरी का नाम रीता है. रीता नागपुर ग्रामीण नरखेड़ा थाना की रहने वाली है. दोनों के बीच बातें बढ़ने के बाद उन्होंने एक साथ बाहर जाने का प्लान किया. जिसके बाद रीता अपने घर पर बिना बताए 26 जून को आर्यन के साथ घर छोड़कर चली गई. दोनों ने नागपुर से पटना के लिए ट्रेन ली. उसके बाद दोनों पटना से छपरा पहुंचे. इसी दौरान रीता का मोबाइल फोन भी खो गया.
तकनीकी माध्यम से की लोकेशन ट्रेस
26 जून को रीता के परिजनों ने उसको लेकर कई जगह तलाश किया. लेकिन कहीं भी उसकी जानकारी न मिलने पर परिजनों ने नागपुर ग्रामीण के नरखेड़ा पुलिस थाने में संदिग्ध आर्यन के खिलाफ रीता के अपहरण का मामला दर्ज करवाया. जिसका नम्बर 229/22 तारीख 28 जून 2022 IPC की धारा 363 स्टेट वर्सेज आर्यन है. इस पूरे मामले में नागपुर पुलिस ने तकनीकी माध्यम से दोनों की लोकेशन छपरा जंक्शन के आसपास ट्रेस की गई. इसके बाद नरखेड़ा थाना पुलिस के अधिकारी हरीश गावड़े ने छपरा जंक्शन RPF पोस्ट इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिंह को मामले की जानकारी दी और दोनों की तस्वीरों के साथ मोबाइल की लोकेशन भी शेयर की.
चाइल्ड हेल्पलाइन सेंटर को किया सूचित
जिसके बाद RPF इंस्पेक्टर मुकेश ने अपनी टीम के साथ मिलकर छपरा जंक्शन के चारों तरफ खोजबीन शुरू कर दी. खोजबन के दौरान दोनों छपरा जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया में दिखाई दिए. जिसके बाद दोनों की पहचान कर नागपुर के नरखेड़ पुलिस थाने को इसकी जानकारी दी. वहीं, नागपुर नरखेड़ थाने की टीम छपरा के लिए रवाना हुई. इसी बाच नागपुर की टीम ने चाइल्ड हेल्पलाइन सेंटर को सूचित कर दिया.
7 जुलाई गुरुवार की दोपहर के बाद महाराष्ट्र के नागपुर की पुलिस टीम छपरा पहुंची. उनके साथ रीता की मां और भाई भी थे. सभी कानूनी कार्रवाई के बाद गुरुवार शाम दोनों नाबालिगों को नारखेड़ पुलिस के हवाले कर दिया गया. जिसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ट्रेन के रास्ते से नागपुर के लिए निकल गई.
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