Crime: पाकिस्तान से कनेक्शन रखने वाले तीन साइबर अपराधियों को जमुई पुलिस ने किया गिरफ्तार
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Crime: पाकिस्तान से कनेक्शन रखने वाले तीन साइबर अपराधियों को जमुई पुलिस ने किया गिरफ्तार

बिहार के जमुई में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले तीन शातिर साइबर अपराधी शनिवार को जमुई पुलिस के हत्थे लग गए है. तीनों अपराधियों के पास से तीन लाख 87 हजार रुपये नगद, 10 एटीएम कार्ड, पांच मोबाइल, आधार कार्ड और बैंक पासबुक समेत अन्य समान बरामद किये गए है,

Crime: पाकिस्तान से कनेक्शन रखने वाले तीन साइबर अपराधियों को जमुई पुलिस ने किया गिरफ्तार

जमुई: बिहार के जमुई में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले तीन शातिर साइबर अपराधी शनिवार को जमुई पुलिस के हत्थे लग गए है. तीनों अपराधियों के पास से तीन लाख 87 हजार रुपये नगद, 10 एटीएम कार्ड, पांच मोबाइल, आधार कार्ड और बैंक पासबुक समेत अन्य समान बरामद किये गए है, जो जमुई पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है. जिसका तार पाकिस्तान समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय पैमाने पर जुड़े होने की बातें सामने आई हैं. सभी गिरफ्तार साइबर अपराधी से एटीएस, आर्थिक अपराध इकाई और पुलिस पदाधिकारियों द्वारा गहन पूछताछ की जा रही है. साथ ही सक्रिय गिरोह का भी पता लगाया जा रहा है. 

सूचना मिलने पर की छापेमारी 
गिरफ्तार साइबर अपराधियों में लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मांगरार गांव निवासी श्रवण कुमार और अमरजीत कुमार के अलावा झाझा थाना क्षेत्र के चांय गांव निवासी रमेश कुमार शामिल हैं. उक्त जानकारी जमुई एसडीपीओ डॉक्टर राकेश कुमार ने देर शाम टाउन थाना में प्रेस वार्ता के दौरान दी है. उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक डॉक्टर शौर्य सुमन को सूचना मिली थी कि कुछ साइबर अपराधी जमुई में सक्रिय हैं. ये अपराधी टीवी प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति के अलावा अन्य लॉटरियों के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे हैं. उसके बाद उनके नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. टीम में जमुई अंचल निरीक्षक अखिलेश सिंह, लक्ष्मीपुर थाना प्रभारी राजाराम शर्मा, साइबर और तकनीकी शाखा के पदाधिकारी व कर्मी को शामिल किया गया है. फिर छापेमारी कर तीनों साइबर अपराधियों को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया गया है.  

पाकिस्तान से कनेक्शन रखने वाला अपराधी 
घटना के मुख्य साजिशकर्ता द्वारा ठगी गई राशि को अपने सहयोगियों के बताए गए खाते में रकम जमा कराया जाता था और उनके सहयोगी उक्त रकम का सात प्रतिशत कमीशन काट कर मुख्य साजिशकर्ता के बताए गए खाता में जमा करा दिया जाता था. जब इन अपराधियों के वाट्सएप की जांच की गई तो एक मोबाइल नंबर पाया गया जिससे आबिद नाम के व्यक्ति का पता चला और वह पाकिस्तान का रहने वाला है. उन्होंने बताया कि इन अपराधियों की शैली देखकर प्रतीत होता है कि ये हवाला कारोबार से भी जुड़े हुए हैं. सूचना पर पटना से एटीएस और आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने भी जमुई पहुंचकर आरोपियों से पूछताछ की है.
(रिपोर्ट- मनीष कुमार)

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