भागलपुर के स्कूल में नकल करती दिखीं दसवीं की छात्राएं, शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
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भागलपुर के स्कूल में नकल करती दिखीं दसवीं की छात्राएं, शिक्षा व्यवस्था पर सवाल

चोरी और नकल का माहौल इतना अनुकूल था कि छात्राएं भी चुपचाप चोरी कर लिख रहे थे. परीक्षक ने कहा की इस तरह की परीक्षा नही होनी चाहिए, लेकिन विद्यालय में संसाधन की कमी की बात का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया.

भागलपुर के स्कूल में नकल करती दिखीं दसवीं की छात्राएं, शिक्षा व्यवस्था पर सवाल

भागलपुरः  भागलपुर जिले में शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलती तस्वीरे सामने आई है. यहां भागलपुर जिले क़े राजकीय इंटर स्तरीय विद्यालय में दशमी कक्षा की सेंटप परीक्षा के दौरान छात्रा खुलेआम नकल करते दिख रही है,और परीक्षा के दौरान व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं. असल में भागलपुर जिले के नाथनगर स्थित एस एस प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय में मैट्रिक की सेंटअप टेस्ट परीक्षा संचालित हो रही है. जिसमें कुछ छात्राएं जमीन पर बैठकर परीक्षा देते दिख रही हैं.

एक ही कमरे में कई छात्राएं बैठी हैं,जो एक दूसरे के काफी करीब बैठकर परीक्षा देने को मजबूर हैं. परीक्षा भवन में एक बेंच पर करीब छह परीक्षार्थी बैठकर बड़े आराम से एक दूसरे की नकल कर रहे हैं. जिसे कोई देखने वाला नहीं है. परीक्षा में गेस पेपर,कॉपी,सहित बैग लेकर छात्राएं बगैर किसी रोक टोक के परीक्षा दे रही थी. वहीं परीक्षा केंद्र में मौजूद परीक्षक मिथिलेश कुमार वहां घूम रहे थे फिर भी नकल बदस्तूर जारी रही. 

नकल करके लिख रहे थे परीक्षा
चोरी और नकल का माहौल इतना अनुकूल था कि छात्राएं भी चुपचाप चोरी कर लिख रहे थे. परीक्षक ने कहा की इस तरह की परीक्षा नही होनी चाहिए, लेकिन विद्यालय में संसाधन की कमी की बात का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया. वही प्रधानाध्यापिका माधुरी कुमारी ने कहा की संसाधन के ही अभाव में छात्राओं को नीचे बिठाकर और एक बेंच डेस्क पर पांच से छह बच्चों को बिठाकर परीक्षा ली गई है. डीपीओ भागलपुर माध्यमिक शिक्षा नितेश कुमार ने कहा कि इस वर्ष 1155 छात्राओं ने मैट्रिक में फॉर्म भरा है. चूंकी ये सेंटर परीक्षा थी और दो पालियों में परीक्षा होनी थी. इसलिए छात्राओं ने घर से टिफिन, पानी की बोतल और दूसरे सिटिंग की कॉपी लाया था. उत्तरपुस्तिका पतली होने की वजह से कॉपी को नीचे रखकर छात्राओं ने परीक्षा दी है. नकल जैसी कोई बात नही हुई है.

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