Bihar News: बांका में बिजली विभाग का अधिकारी निकला धनकुबेर, संपत्ति इतनी की सुनकर चौंक जाएंगे
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Bihar News: बांका में बिजली विभाग का अधिकारी निकला धनकुबेर, संपत्ति इतनी की सुनकर चौंक जाएंगे

बिहार के बांका में विजिलेंस यूनिट की कार्रवाई में बिजली विभाग के अधिकारी धनकूबेर निकले हैं. स्पेशल विजिलेंस टीम की कार्रवाई में बांका के बिजली विभाग के अभियंता के पास से इतनी संपत्ति बरामद हुई है कि सुनकर आप भी चौंक जाएंगे.

फाइल फोटो

Bihar News: बिहार के बांका में विजिलेंस यूनिट की कार्रवाई में बिजली विभाग के अधिकारी धनकूबेर निकले हैं. स्पेशल विजिलेंस टीम की कार्रवाई में बांका के बिजली विभाग के अभियंता के पास से इतनी संपत्ति बरामद हुई है कि सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. विजिलेंस विभाग की तरफ से की गई कार्रवाई में कार्यपालक अभियंता के घर से 7 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति मिली है. 

बता दें कि बांका के विद्युत कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता के कई ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम ने छापेमारी की. उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज किया गया है. इसको लेकर जारी प्रेस विज्ञप्ति की मानें तो अधिकारी संजीव कुमार गुप्ता ने अपने 8 साल की सरकारी सेवा में लगभग 66 लाख रुपए बतौर वेतन पाया है. जबकि उनकी चल-अचल संपत्ति इससे कई गुना ज्यादा है.

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संजीव कुमार गुप्ता की कुल संपत्ति 7 करोड़ से ज्यादा बताई गई है. वहीं इसमें 15 लाख रुपए की कार, 40 लाख रुपए कैश, 30 लाख का गोदाम और भूमि का टूकड़ा भी शामिल है. 

विद्युत सहायक अभियंता के पद पर संजीव कुमार गुप्ता साल 2014 में नियुक्त हुए थे. उनपर सरकारी सेवा में रहते हुए गलत तरीके से धन अर्जित करने का आरोप भी है. उन पर इसी आरोप के बाद मामला दर्ज किया गया है. संजीव कुमार गुप्ता के पूर्णिया, भागलपुर और बांका में कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. ऐसे में छापेमारी के दौरान अब तक उनके 9 जमीन के टूकड़े का पता चला है जिसकी कीमत 4 करोड़ से ज्यादा है. वहीं उनके द्वारा खरीदे गए माकान की कीमत भी 1 करोड़ से ज्यादा है. 

संजीव कुमार गुप्ता और उनकी पत्नी के नाम से कई बैंकों में लॉकर, बैंक खाता, फिक्स डिपॉजिट के साथ कई लाख रुपए के निवेश का पता भी चला है. वहीं विजिलेंस की तरफ से जो अनुसंधान किया जा रहा है उसकी मानें तो प्रदेश के बाहर भी संजीव कुमार गुप्ता के कई और संपत्तियां हो सकती हैं. इस मामले में संजीव कुमार गुप्ता के ससुर की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है. वह रेलवे में सेक्शन इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं. 

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