भागलपुर में जीविका के 6 समूहों के बैंक से 19 लाख रुपये का घोटाला, फर्जी हस्ताक्षर कर निकाली गई राशि
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भागलपुर में जीविका के 6 समूहों के बैंक से 19 लाख रुपये का घोटाला, फर्जी हस्ताक्षर कर निकाली गई राशि

बिहार के भागलपुर जिला घोटालों का शहर बनता जा रहा है. 2017 में सृजन हजारों करोड़ का सृजन घोटाला उजागर हुआ था, अब उसी तरह नवगछिया में एक घोटाला सामने आया है. दरअसल, जीविका के छह समूहों के करीब 19 लाख रुपये फर्जी हस्ताक्षर कर निकाल लिये गये.

भागलपुर में जीविका के 6 समूहों के बैंक से 19 लाख रुपये का घोटाला, फर्जी हस्ताक्षर कर निकाली गई राशि

भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिला घोटालों का शहर बनता जा रहा है. 2017 में सृजन हजारों करोड़ का सृजन घोटाला उजागर हुआ था, अब उसी तरह नवगछिया में एक घोटाला सामने आया है. दरअसल, जीविका के छह समूहों के करीब 19 लाख रुपये फर्जी हस्ताक्षर कर निकाल लिये गये. यह मामला तेतरी गांव से सामने आया है. 

बैंक से निकाले गए 19 लाख रुपये
तेतरी गांव में जीविका समूह की अध्यक्ष और एक अन्य सदस्य के फर्जी हस्ताक्षर कर 19 लाख रुपये निकाल लिए गए है. सभी रुपये छह जीविका समूह संस्था के थे, जिसे पंजाब नेशनल बैंक तेतरी में जमा कराया गया था. एकता जीविका समूह की अध्यक्ष कंचन देवी ने मामले को लेकर नवगछिया थाना में आवेदन दिया है. उन्होंने लेखपाल पुष्पा कुमारी उसके पति और पंजाब नेशनल बैंक के एक बैंक कर्मी पर घोटाले का आरोप लगाया है. 

नवगछिया थाना में मामला दर्ज
कंचन का आरोप है कि आरोपियों ने उसके और उसके समूह की एक अन्य सदस्य के नकली हस्ताक्षर कर बैंक से राशि की निकासी की है. जानकारी मिलने पर सृष्टि समिति कार्यालय तेतरी में छह जीविका समितियों के प्रतिनिधि, सदस्य, परियोजना कर्मी के सामने पुष्पा कुमारी को बुलाया गया. पुष्पा कुमारी ने 11 फरवरी को अपने पति के साथ उपस्थित होकर स्वीकार किया कि वह रकम लौटा देगी. कई दिन बाद भी पैसे नहीं लौटाये गये. पिछले दिनों गांव में पंचायत बुलायी गयी, लेकिन पुष्पा उसमें उपस्थित नहीं हुई. जिसके बाद नवगछिया थाना में मामला दर्ज किया गया है.

आवेदनकर्ता लेखपाल कंचन देवी ने बताया कि जीविका दीदी का नियम है कि 50 हजार से ज्यादा नहीं जायेगा. यदि जायेगा तो भी जीविका दीदी के खाते में जाएगा. यह दूसरा बैंक है, तो मैनेजर साहब क्यों नहीं एक्शन लिए कि इतना इतना पैसा जा रहा है तो रोके क्यों नहीं. अगर पैसा दिए भी तो फोन क्यों नहीं किए जीविका दीदी को. मैनेजर साहब की इसमें मिलीभगत है.

मामले में छानबीन कर रही पुलिस
वहीं पूरे मामले पर नवगछिया एसपी सुशांत सरोज ने कहा कि मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है. मामला छह समूह का है एक समूह से केस दर्ज किया गया है. बाकी पांच समूहों में दस्तावेज को संलग्न किया जाएगा. मामला अनुसंधान का है. साक्ष्य मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
इनपुट-अश्विनी कुमार

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