Balasore Train Accident: इस भयानक हादसे में 280 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 800 से ज्यादा लोग घायल हैं. रेल मंत्रालय ने इस हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
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Balasore Train Accident: बालासोर में हुए रेल हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. इस भयानक हादसे में 280 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 800 से ज्यादा लोग घायल हैं. रेल मंत्रालय ने इस हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, सीबीआई से भी जांच कराने की सिफारिश की गई है.
ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड का क्या हुआ?
इस हादसे के बाद लोगों के जहन में सवाल होगा कि ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड का क्या हाल है. वह किस स्थिति में हैं. तो आपकों बता दें कि हादसे में दो रेलगाड़ियों के ड्राइवर और गार्ड घायल हैं और उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है. रेलवे के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि हालांकि मालगाड़ी का इंजन चालक और गार्ड बाल-बाल बच गए. उन्होंने बताया कि घायल सूची में कोरोमंडल एक्सप्रेस के लोको पायलट और उनके सहायक के साथ-साथ गार्ड और बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के गार्ड शामिल हैं.
दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक राजेश कुमार ने कहा, कोरोमंडल एक्सप्रेस के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट तथा गार्ड और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के गार्ड का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है.
हादसे के बाद पहली ट्रेन गुजरी
इस बीच, रेल हादसे के बाद पहली हाई स्पीड ट्रेन ‘हावड़ा-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस’ सोमवार को सुबह बालासोर से गुजरी. अधिकारियों ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस ने सोमवार को सुबह करीब साढ़े नौ बजे बाहानगा बाजार स्टेशन को पार किया. अधिकारियों ने बताया कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दुर्घटनास्थल पर मौजूद थे और तेज गति वाली ट्रेन के गुजरने पर उन्होंने चालकों की तरफ हाथ हिलाया. वैष्णव ने बताया कि अप लाइन और डाउन लाइन पटरियों की मरम्मत का काम रविवार रात को पूरा हो गया.
रविवार रात को करीब 10 बजकर 40 मिनट पर विशाखापत्तनम बंदरगाह से राउरकेला इस्पात संयंत्र तक कोयले से लदी एक मालगाड़ी पटरियों से गुजरी. दुर्घटना स्थल से ट्रेनें धीमी गति से गुजर रही हैं.
गौरतलब है कि बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में प्रवेश करने के बाद वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस हादसे की चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी. जांचकर्ता तीन ट्रेनों के आपस में टकराने की घटना के पीछे संभावित मानवीय भूल, सिग्नल की नाकामी और अन्य संभावित वजहों की तलाश कर रहे हैं.
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