Azad Maidan Theft: मुंबई के आजाद मैदान में 5 दिसंबर को आयोजित महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान चोरों ने मौके का पूरा फायदा उठाया. इस भव्य समारोह में करीब 12 लाख रुपये की संपत्ति चोरी हो गई.
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Azad Maidan Theft: मुंबई के आजाद मैदान में 5 दिसंबर को आयोजित महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान चोरों ने मौके का पूरा फायदा उठाया. इस भव्य समारोह में करीब 12 लाख रुपये की संपत्ति चोरी हो गई. चोरी हुए सामान में सोने की चेन, मोबाइल फोन और नकदी शामिल हैं. पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है.
फडणवीस के साथ शिंदे-पवार ने ली शपथ
यह समारोह महाराष्ट्र की राजनीतिक दिशा को तय करने वाला माना जा रहा था. इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि शिवसेना के एकनाथ शिंदे और राकांपा नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
कड़ी सुरक्षा के बावजूद चोर सक्रिय
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित उद्योग, सिनेमा और राजनीति की कई नामी हस्तियां मौजूद थीं. इतने बड़े आयोजन के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. मुंबई पुलिस ने 4,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया था. इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों और अन्य तकनीकी व्यवस्थाओं से भी सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश की गई थी.
पुलिस जांच में जुटी, सीसीटीवी खंगाले जा रहे
इसके बावजूद, चोरों ने गेट नंबर दो से बाहर निकलने वाली भीड़ का फायदा उठाकर चोरी की वारदातों को अंजाम दिया. आजाद मैदान पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की है और अपराध शाखा की एक विशेष टीम जांच कर रही है. अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की जा रही है, और कार्यक्रम में मौजूद गवाहों से भी पूछताछ की जा रही है. हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
महाराष्ट्र की राजनीति में बदलाव का दौर
पुलिस अधिकारी का कहना है, "भीड़भाड़ के कारण ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, लेकिन हम अपराधियों को जल्द पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं." यह घटना ऐसे समय में हुई जब महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं. महायुति सरकार ने सत्ता संभालते ही राज्य की राजनीति को नई दिशा दी है. भाजपा, शिवसेना और राकांपा के गुट के गठबंधन ने राज्य में स्थिरता लाने का वादा किया है.
भविष्य के लिए सबक
इस शपथ ग्रहण समारोह को महाराष्ट्र की राजनीति के लिए एक ऐतिहासिक क्षण माना गया, जहां तीन प्रमुख दलों ने एकजुट होकर सत्ता की बागडोर संभाली. लेकिन इस दौरान हुई चोरी की घटनाओं ने सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. इस घटना ने बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा की कमियों को उजागर किया है. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक तकनीकी उपाय और सख्ती जरूरी है.
मुंबई पुलिस की लोगों से अपील
मुंबई पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अपने कीमती सामान का ध्यान रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें. आजाद मैदान में हुई चोरी की इस घटना ने प्रशासन और जनता दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश छोड़ा है. जहां यह घटना सुरक्षा में सुधार की जरूरत को दिखाती है, वहीं यह भी याद दिलाती है कि सतर्कता ही सुरक्षा का सबसे मजबूत उपाय है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)