एनिमल-सैम बहादुर का पड़ा 'जोरम' की कमाई पर असर? मनोज बाजपेयी का कलेक्शन क्रेज पर फूटा गुस्सा
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एनिमल-सैम बहादुर का पड़ा 'जोरम' की कमाई पर असर? मनोज बाजपेयी का कलेक्शन क्रेज पर फूटा गुस्सा

Manoj Bajpayee on box office obsession: मनोज बाजपेयी की लेटेस्ट फिल्म 'जोरम' 8 दिसंबर को रिलीज हुई. अभिनेता ने हाल ही में बॉक्स ऑफिस पर उनकी फिल्म पर रणबीर कपूर की 'एनिमल' और विक्की कौशल की 'सैम बहादुर' के प्रभाव के बारे में बात की.

 

बॉक्स ऑफिस के जुनून पर मनोज बाजपेयी ने कही बड़ी बात

Manoj Bajpayee on box office obsession: अभिनेता मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) ने हाल ही में बताया कि रणबीर कपूर की 'एनिमल' (Animal) की रिलीज ने उनकी लेटेस्ट फिल्म 'जोरम' (Joram) के बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन को कैसे प्रभावित किया. उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जताया कि किसी फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का क्रेज कैसे सिनेमा की पवित्रता को नष्ट कर देती है.

मनोज बाजपेयी ने न्यूज18 को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि रिकॉर्ड बनाने की आवश्यकता ने निर्देशकों और निर्माताओं को मनी माइंडिड बना दिया है. उन्होंने कहा, ''मैंने हमेशा बॉक्स ऑफिस के प्रति जुनून के खिलाफ बोला है. मेरा हमेशा से मानना ​​रहा है कि इसने हमारे देश में फिल्म निर्माण की संस्कृति को बर्बाद कर दिया है. लोगों के चेहरे पर नंबर फेंकना सही बात नहीं है.''

बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पाई मनोज बाजपेयी की जोरम
रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) की 'एनिमल' और विक्की कौशल की 'सैम बहादुर' (Sam Bahadur) रिलीज होने के एक हफ्ते बाद 'जोरम' सिनेमाघरों में रिलीज हुई. इस फिल्म ने अलग-अलग इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स में काफी तारीफ हासिल की, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर ध्यान आकर्षित करने में विफल रही. 

'हम अपनी फिल्म पर इतना पैसा खर्च नहीं कर सकते'
इस पर बात करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा, ''हम जानते थे कि 'एनिमल' और 'सैम बहादुर' दो बहुत बड़ी फिल्में हैं. दोनों फिल्मों पर काफी पैसा खर्च किया गया था. 'एनिमल' को लेकर एक प्रचार था और अब भी है. लेकिन हम अपनी फिल्म पर इतना पैसा खर्च नहीं कर सकते थे. क्योंकि 'जोरम' एक अलग तरह की फिल्म थी. हम इसे बढ़ावा देने और प्रचारित करने के लिए केवल एक निश्चित राशि ही खर्च कर सकते थे.''

'कलेक्शन क्रेज ने सिनेमा की प्रामाणिकता को किया बर्बाद'
उन्होंने यह भी कहा कि वे अपनी फिल्म पर बहुत अधिक बोझ नहीं डालना चाहते थे और वे इसे लेकर बहुत व्यावहारिक और यथार्थवादी थे. मनोज बाजपेयी ने आगे बताया कि कैसे अधिक कलेक्शन क्रेज की चाहत ने सिनेमा की प्रामाणिकता को बर्बाद कर दिया है. उन्होंने इस बात पर भी निराशा व्यक्त की कि कैसे दर्शकों ने भी वही भाषा बोलना शुरू कर दिया है.'

'अगर किसी फिल्म ने 100 करोड़ या ज्यादा की कमाई की, तो अच्छी फिल्म'
मनोज बाजपेयी ने कहा, ''उनके साथ बातचीत में, वे अचानक उस राशि का हवाला देंगे, जो एक फिल्म ने बनाई है. उनका मानना ​​है कि अगर किसी फिल्म ने 100 करोड़ रुपये या उससे अधिक की कमाई की है, तो यह एक बहुत अच्छी फिल्म है और यह इस देश में सभी प्रकार के सम्मानों के लिए योग्य है.''

फिल्म फेस्टिवल्स में खूब सराही गई फिल्म
देवाशीष मखीजा द्वारा लिखित और निर्देशित 'जोरम' बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल रॉटरडैम और हाल ही में, जियो मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल सहित फिल्म फेस्टिवल्स में लंबे समय तक चलने के बाद सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. फिल्म में मोहम्मद जीशान अय्यूब, राजश्री देशपांडे, तनिष्ठा चटर्जी और स्मिता तांबे भी हैं.

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