नहीं मिल रहे थे डिस्ट्रीब्यूटर, डायरेक्टर को मिल रहे थे ताने; रिलीज हुई फिल्म तो हाउसफुल हो गए थियेटर
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नहीं मिल रहे थे डिस्ट्रीब्यूटर, डायरेक्टर को मिल रहे थे ताने; रिलीज हुई फिल्म तो हाउसफुल हो गए थियेटर

लो बजट हिट फिल्म में आज हम बात करेंगे ऐसी फिल्म में जिसमें कोई भी दिग्गज एक्टर नहीं था. फिल्म में सब थियेटर आर्टिस्ट थे. जब ये फिल्म रिलीज हुई तो इसने बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कलेक्शन कर सभी को चौंका दिया था.

खामोश फिल्म लो बजट हिट फिल्म

Low Budget Hit Film: बॉलीवुड में आजकल बिग बजट मूवीज का ट्रेंड है. ज्यादातर मेकर्स फिल्म को बनाने में पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं. लेकिन कुछ ऐसे मेकर्स भी है जो मुट्टीभर पैसा लगाकर करोड़ों के नोट छाप रहे हैं. ऐसा ही एक वक्त बॉलीवुड में था जब मेकर्स फिल्म पर मुट्टीभर पैसा लगाते थे और करोड़ों की कमाई करते थे. ऐसी ही एक फिल्म सालों पहले रिलीज हुई थी. इस फिल्म का बजट तो 8 लाख था लेकिन कमाई के मामले में इसने कई रिकॉर्ड्स ब्रेक कर दिए थे.

1986 में हुई थी रिलीज
साल 1986 में सिनेमाजगत में ऐसी ही एक फिल्म रिलीज हुई थी. जिस वक्त ये फिल्म रिलीज हुई थी बॉलीवुड में ज्यादातर ट्रेंड रोमांटिक और एक्शन फिल्मों का था. इस दौर में संजय दत्त, सनी देओल और अनिल कपूर जैसे सितारे सिनेमाजगत में एंट्री कर चुके थे. उस वक्त कम काम किए हुए डायरेक्टर ने सस्पेंस थ्रिलर फिल्म बनाई थी जो अपने आप में बड़ा रिस्क था.

 

 

ज्यादातर थे थियेटर आर्टिस्ट 
इस फिल्म में उस वक्त किसी भी दिग्गज सितारे को नहीं बल्कि ज्यादातर थियेटर ऑस्टिस्ट को लिया गया. इस फिल्म का नाम था 'खामोश' (Khamosh Film) . इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, शबाना आजमी जैसे कलाकार थे. इस फिल्म में किसी भी बड़े कलाकार के ना होने के चलते फिल्म को ड्रिस्ट्रीब्यूटर नहीं मिल रहे थे. सभी ने ये कहकर फिल्म को लेने से इनकार कर दिया कि ये नहीं चलेगी. इसे नहीं खरीद सकते.

ऐसा मिला डिस्ट्रीब्यूटर
इस फिल्म को बनाने में विधु विनोद चोपड़ा ने अपना सारा पैसा लगा दिया था. बड़ी मुश्किल से फिल्म को एक डिस्ट्रीब्यूटर मिला जो कि कोलाबा में था. रीगल सिनेमा के मालिक ने कहा था कि अगर फिल्म देखने दर्शक नहीं आए तो वो फिल्म को उतारकर दूसरी फिल्म चला देंगे. ये फिल्म रिलीज होते ही चार हफ्तों तक रीगल सिनेमा में हाउसफुल रही. इसे देखकर बाकी जो लोग फिल्म थियेटर में लेने से इनकार कर रहे थे उन्होंने तुरंत ये फिल्म खरीद ली. इसके बाद ये फिल्म देखते ही देखते क्लासिक फिल्म की लिस्ट में शुमार हो गई. इस फिल्म का बजट तो महज 8 लाख था. लेकिन फिल्म थियेटर से लंबे वक्त तक उतरी नहीं और कलेक्शन जोरदार किया.

 

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