Watermelon Varieties: आम की वैराइटी तो मुंहजबानी याद होंगी, तरबूज की भी किस्‍में होती हैं क्‍या ये जानते हैं?
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Watermelon Varieties: आम की वैराइटी तो मुंहजबानी याद होंगी, तरबूज की भी किस्‍में होती हैं क्‍या ये जानते हैं?

Watermelon Varieties: तरबूज की किस्‍मों के नाम बहुत कम लोग जानते हैं. बता दें कि 3 अगस्त तो नेशनल वॉटरमेलन डे होता है. आइए जानते हैं कि आखिर किस मकसद से ये दिन सेलिब्रेट किया जाता है... 

Watermelon Varieties: आम की वैराइटी तो मुंहजबानी याद होंगी, तरबूज की भी किस्‍में होती हैं क्‍या ये जानते हैं?

Watermelon Varieties: सभी फल हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं. तरबूज एक ऐसा फल है जो स्‍वाद में लाजवाब होने के साथ ही शरीर में पानी की जरूरत को पूरा करना है, क्योंकि इसमें 90 प्रतिशत के तक पानी होता है. गर्मियों के लिए तरबूज से बेहतर क्या ही हो सकता है. जब तरबूज का जिक्र होता है तो हमारे सामने एक ही तस्‍वीर आती है, हरे रंग का एक बड़ा भारी फल, जो अंदर से लाल और सफेद रंग का होता है.

जिस तरह से आम की ज्यादातर वैराइटी के बारे में बड़े ही नहीं बच्चे भी जानते हैं, उसी तरह तरबूज की भी कई किस्में होती हैं, जिन किस्मों के नाम कम ही लोग जानते होंगे. तरबूज की इन किस्मों के अंतर को तो शायद की कोई पहचानता होगा. 3 अगस्त को नेशनल वॉटरमेलन डे सेलिब्रेट किया जाता है. इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं तरबूज की कुछ किस्‍मों के बारे में.

इस वजह से मनाते हैं वॉटरमेलन डे
तरबूज के बहुत सारे फायदे हैं. इशकी तमाम विशेषताओं और फायदों के बारे में लोगों को पता हो सके, इसलिए हर साल 3 अगस्‍त को National Watermelon Day मनाया जाता है. 

ये हैं तरबूज की कुछ किस्‍में
शुगर बेबी-
तरबूज की एक किस्‍म अमेरिका से भारत लाई गई है, लेकिन लोगों के बीच ये काफी फेमस है. क्योंकि स्‍वाद में ये तरबूज बहुत ही मीठा होता है और इसमें बीज काफी कम होते हैं. इसके बीज छोटे और डॉर्क ब्राउन कलर के होते हैं . इस किस्म के तरबूजों का वजन 2-3 किलो के तक होता है.

अर्का मुथु- अर्का मुथु भी तरबूज की एक किस्‍म, जो गोल और अंडाकार दोनों आकार में उगता है. 75-80 दिनों में पककर तैयार होने वाले इस किस्म के तरबूज अंदर से गहरे लाल रंग के होते हैं और इस पर गहरी हरे रंग की धारियां होती हैं. वजन ढाई से तीन किलो के आसपास होता है. 

दुर्गापुर केसर- तरबूज की इस किस्‍म के फलों का गूदा रवादार होता है और बीज थोड़े बड़े आकार के होते हैं.है. फल के ऊपर हरा रंग होता है, लेकिन इस पर हल्‍की पीली धारियां होती हैं. इस तरबूज का वजन 6-8 किलो तक होता है. 

आसाही पामाटो - तरबूज की ये वैरायटी जापान से लाई गई है. इस किस्म की पैदावार राजस्थान, पंजाब, हरियाणा आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार में ज्यादा होती है. इसका वजन 6-7 किलो के तक होता है. इसकी फसल 90-100 दिन में तैयार हो जाती है. तरबूज की इस किस्म की खास बात यह भी है कि इसे 10-15 दिनों तक इस्तेमाल कर सकते हैं. इस फल का स्वाद बहुत मीठा होता है. इसके अलावा तरबूज की अर्का आकाशी, अर्का ऐश्‍वर्या और अर्का माणिक किस्‍में भी होती हैं.

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