CBSE Exam 2023: साल में एक बार आयोजित होंगी 10वीं-12वीं की परीक्षाएं, परीक्षा पैटर्न में भी हुआ बदलाव
Advertisement
trendingNow11202224

CBSE Exam 2023: साल में एक बार आयोजित होंगी 10वीं-12वीं की परीक्षाएं, परीक्षा पैटर्न में भी हुआ बदलाव

CBSE Exam 2023: सीबीएसई की तरफ कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं को साल में केवल एक बार आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. अगले सत्र की परीक्षाओं में योग्यता आधारित सवालों की संख्या 10 प्रतिशत बढ़ाई जाएगी.  

CBSE Exam 2023: साल में एक बार आयोजित होंगी 10वीं-12वीं की परीक्षाएं, परीक्षा पैटर्न में भी हुआ बदलाव

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक बार फिर से कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं को साल में केवल एक बार आयोजित करने का निर्णय लिया है. साथ ही कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव किया गया है. नए पैटर्न के अनुसार वैकल्पिक प्रश्नों को 50 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है. पिछले दो सालों से कोरोना महामारी के कारण छात्रों की पढ़ाई पर काफी असर पड़ा था. इसको देखते हुए बोर्ड की ओर से कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षा में काफी सरल प्रश्न पत्र जारी किए जा रहे थे. हालांकि, अब स्थिति के सामान्य होने के बाद बोर्ड ने दोबारा पुराने रुख पर लौटने का फैसला किया है. ऐसे में परीक्षा में अब केवल वही छात्र पास हो सकेंगे, जो रटने की बजाय समझकर पढ़ाई करने पर जोर देंगे.   

बोर्ड ने छात्रों के लिए केस स्टडी और क्षमता जांच आधारित प्रश्नों को देबारा परीक्षा में शामिल करने का निर्णय लिया है. बता दें कि केस स्टडी पर आधारित सवाल छात्रों की क्षमता का सही आकलन करते हैं. इसके लिए छात्रों को बोर्ड की परीक्षा में अच्छी तैयारी के साथ जाना होगा. बता दें कि सत्र 2021-22 में परीक्षा का आयोजन दो टर्म में किया जा रहा है, जिसे अगले सत्र 2022-23 से समाप्त कर दिया गया है. बोर्ड की तरफ से सत्र 2022-23 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को भी लागू करने की बात कही गई है, जिसका प्रभाव बोर्ड की परीक्षाओं में देखने को मिल सकता है. साथ ही बोर्ड ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर ही परीक्षा की तैयारी कराने के निर्देश दिए है. 

यूपी के सभी राज्य विश्वविद्यालयों की एक समान की जा सकती है परीक्षा फीस, जानें पूरी डिटेल

बोर्ड की ओर से सत्र 2022-23 की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र का प्रारूप भी जारी किया जा चुका है. सभी प्रधानाचार्यों को यह निर्देश दिए गए है कि, छात्रों को परीक्षाओं की तैयारी इसी प्रारूप में करवाई जाए, ताकि वे समय रहते परीक्षा के लिए खुद को तैयार कर सकें. बता दें कि छात्रों की समझ का आंकलन करने के लिए केस स्टडी के सवाल अहम भूमिका अदा करते हैं, क्योंकि छात्र केस स्टडी पर आधारित सवालों को रट कर हल नहीं कर सकते हैं. 

सत्र 2022-23 से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों का मूल्यांकन उनकी समझ व योग्यता आधारित शिक्षा के आधार पर किया जाएगा. अगले सत्र की परीक्षाओं में योग्यता आधारित सवालों की संख्या 10 प्रतिशत तक बढ़ाई जाएगी. वहीं सत्र 2021-22 में छात्रों से परीक्षा में 50 प्रतिशत वैकल्पिक प्रश्न पूछे गए थे, जिन्हें सत्र 2022-23 के लिए घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है. बता दें की अगले सत्र से कक्षा 9वीं व 11वीं की वार्षिक परीक्षाएं भी इसी प्रश्न पत्र के प्रारूप पर आधारित होंगी. हालांकि, इंटरनल असेसमेंट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. 

UPSC सिविल सर्विसेज 2021 का रिजल्ट जारी, श्रुति शर्मा ने किया टॉप, देखें पूरी लिस्ट

कक्षा 10वीं और 12वीं के प्रश्न पत्र का प्ररूप
1. योग्यता आधारित प्रश्न - 30 प्रतिशत
2. वैकल्पिक प्रश्न - 20 प्रतिशत
3. लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - 50 प्रतिशत 

कक्षा 9वीं और 11वीं के प्रश्न पत्र का प्ररूप
1. योग्यता आधारित प्रश्न - 40 प्रतिशत
2. वैकल्पिक प्रश्न - 20 प्रतिशत
3. लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - 40 प्रतिशत

Trending news