Gorakhpur News: ₹750 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी मामले में ईडी लखनऊ जोन (ED Lucknow zone) की टीम गोरखपुर में दिवंगत बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के घर पहुंची थी. उनके बेटे और परिजनों से संंबंधित 10 ठिकानों पर सुबह से एक साथ रेड चल रही है.
Trending Photos
Harishankar Tiwari house ED raid: उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री स्व. हरिशंकर तिवारी के घर तिवारी हाता पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा है. ईडी सूत्रों के मुताबिक बैंक के 750 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में एजेंसी ने ये एक्शन लिया है. तिवारी हाता को केंद्रीय सुरक्षा बलों ने अपने घेरे में ले लिया है. आपको बताते चलें कि यूपी के एक सियासी परिवार पर ईडी की रेड की खबर जंगल में लगी आग की तरह फैली.
ईडी ने हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी जो बीएसपी के टिकट पर चिल्लूपार के विधायक रह चुके हैं, उनके और फैमिली के अन्य सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की है.
तीन प्रदेश के 10 ठिकानों पर इंटरस्टेट रेड
धोखाधड़ी का मामला 2012 से 2016 के बीच का है. आज की तलाशी में लखनऊ, गोरखपुर, नोएडा, अहमदाबाद और गुरुग्राम में 10 परिसरों को शामिल किया गया है. सुबह से शुरू हुआ तलाशी अभियान जारी है.
क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के मुताबिक ED लखनऊ जोन के अधिकारी गंगोत्री एंटरप्राइजेज (Gangotri Enterprises) लिमिटेड से संबंधित बैंक धोखाधड़ी (Bank Fraud) के मामले में PMLA की धारा 17 के तहत तलाशी ले रहे हैं. कंपनी सड़कों के निर्माण, टोल प्लाजा के संचालन और सरकारी अनुबंधों में काम करती है. समूह के मुख्य प्रवर्तक विनय शंकर तिवारी, रीता, तिवारी और अजीत पांडे हैं. यह बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के एक संघ द्वारा लगभग 750 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का मामला है. यह धोखाधड़ी 2012 से 2016 के दौरान की गई.
आपको बताते चलें कि धोखाधड़ी के आरोपी विनय तिवारी के बड़े भाई भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी संत कबीर नगर से सांसद रहे हैं. परिवार के कई सदस्य जांच एजेंसी के रडार पर हैं.