Neb Sarai Triple Murder Case: बेटे ने उनके गले इसलिए बेदर्दी से रेत दिए ताकि वो चिल्ला न सकें. आरोपी के अपने माता-पिता के साथ अच्छे संबंध नहीं थे.
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Delhi Triple Murder Case: दक्षिणी दिल्ली के तिहरे हत्याकांड में पुलिस ने बेटे को पकड़ा है. पुलिस के मुताबिक उसने ही घटना को अंजाम दिया है. राजेश कुमार (51), उनकी पत्नी कोमल (46) और उनकी बेटी कविता के शव बुधवार सुबह देवली गांव में उनके घर से बरामद किए गए थे और गले पर चाकू के बेतरतीब घाव थे. इस बारे में कहा जा रहा है कि बेटे ने उनके गले इसलिए बेदर्दी से रेत दिए ताकि वो चिल्ला न सकें. आरोपी के अपने माता-पिता के साथ अच्छे संबंध नहीं थे.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिणी रेंज) एस.के. जैन ने कहा कि दंपत्ति का बेटा अर्जुन प्रमुख संदिग्ध था क्योंकि घटना का क्रम उसके बयानों से मेल नहीं खा रहा था. जैन ने कहा, “हमने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि उसने यह अपराध इसलिए किया क्योंकि माता-पिता के साथ उसके संबंध अच्छे नहीं थे. वह इसलिए भी परेशान था क्योंकि उसके माता-पिता बहन को उससे ज्यादा पसंद करते थे.” ये भी कहा जा रहा है कि जबसे अर्जुन ने यह सुना कि प्रॉपर्टी भी बहन के नाम पर करने वाले हैं तब से ही वो घात लगाकर हमले की योजना बना रहा था. उसने जिस दिन घटना को अंजाम देने के लिए चुना उस दिन ही उसके मां-बाप की शादी की 27वीं सालगिरह थी.
सदमे में पड़ोसी, पीड़ितों को मिलनसार बताया
इस घटना से आस-पास के लोग सदमे में हैं. मूल रूप से हरियाणा का रहने वाला यह परिवार अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा और करियर के अवसर प्रदान करने की उम्मीद में 15 साल पहले दिल्ली आया था. अर्जुन और कविता दोनों ही मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट विजेता थे और कविता एक समर्पित और प्रतिभाशाली छात्रा थी.
पड़ोस में रहने वाली हिमानी ने कहा, “यह एक भयावह घटना है. कल मैंने मां और बेटी को उनकी छत पर बात करते और हंसते हुए देखा. आज वे जीवित नहीं हैं. अपराध बहुत आम हो गए हैं, लेकिन इसे इतने करीब से खुद देखकर पर मैं पूरी तरह से हिल गई हूं.”
घर के अंदर का दृश्य देखने वाले एक अन्य पड़ोसी ने इसे बेहद परेशान करने वाला बताया. उसने कहा, “जब मैंने शवों को देखा तो मैं सिहर उठा. उनके गले पर बेरहमी से चाकू से वार किया गया था. यह भयावह है.”
कविता की दोस्त अंजलि ने परिवार को मिलनसार बताया. उन्होंने कहा, “मां-बेटी कॉलोनी में काफी मिलनसार और सहृदय थीं. यह अकल्पनीय है कि उनके साथ इतनी दुखद घटना घट सकती है.”
उन्होंने कहा, “कविता और मैं अक्सर अपनी पढ़ाई के बारे में चर्चा करते थे. जब भी मुझे किसी चीज से परेशानी होती थी तो वह मेरी मदद करती थी. ऐसे अच्छे दोस्त को खोना एक ऐसा दर्द है जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती.”