Aquarium: वैसे तो घर में एक्वेरियम इसलिए रखा जाता है क्योंकि इससे घर की सजावट अच्छी लगती है लेकिन लोग ऐसा कहते हैं कि घर पर फिश एक्वेरियम रखने से पॉजिटिव एनर्जी होती है. लेकिन एक्वेरियम रखने से पहले यह बात जरूर जान लें कि इसमें कौन-कौन से जानवर नहीं पालने चाहिए.
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Rule Of Aquarium At Home: आपने तमाम घरों में देखा होगा कि वहां एक्वेरियम लगाए जाते हैं. एक्वेरियम लगाने का मकसद यह होता है कि लोग इसे शुभ मानते हैं और ऐसा भी माना जाता है कि एक्वेरियम लगाने से लोगों को अच्छा महसूस होता है, उन्हें पॉजिटिव एनर्जी मिलती है. इतना ही नहीं ये दिखने में भी खूब शानदार लगते हैं और घर की सजावट अच्छी लगने लगती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक्वेरियम में पालने वाले जीवों के कुछ नियम भी होते हैं. लोग मछलियों के अलावा एक्वेरियम में कछुआ भी पाल लेते हैं. लेकिन ऐसा करना जेल जाने का कारण भी बन सकता है.
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कछुए की कुछ ऐसी प्रजातियां हैं जिसे आप एक्वेरियम में नहीं पाल सकते हैं. आइए आज इसी के बारे में चर्चा करते हैं. एक्वेरियम में पालने के लिए आपको विचार करना होगा कि आप कौन से प्रकार के जीव पालना चाहते हैं. यह आपकी पसंद के साथ-साथ एक्वेरियम में रहने वाले जीवों के नियमों पर निर्भर करता है. इनमें कछुए और मछलियां जैसे जीव शामिल हैं. लेकिन इसके लिए आपको सावधान रहने की जरूरत है कहीं ऐसा ना हो कि नियमों का उल्लंघन हो जाए.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कछुआ एक्वेरियम में रखना शुभ माना जाता है यह बात सही है लेकिन भारतीय नस्ल के कछुओं को पालना अपराध की श्रेणी में आता है. विदेशी नस्ल के कछुओं को पाला जा सकता है लेकिन उसके लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. अलग अलग राज्य में अलग कानून हैं. विलुप्त प्रजाति के कछुओं को पालने पर कठोर कार्रवाई होती है. भारतीय कछुआ पालना भी दंडनीय अपराध है. इसमें 6 माह से लेकर 3 साल तक की सजा का प्रावधान है.
वहीं जो विदेशी नस्ल के कछुए हैं, उन्हें पाल सकते हैं. लेकिन इसमे भी अनुमति की जरूरत पड़ती है. स्टार नस्ल का कछुआ पालने पर कठोर सजा का प्रावधान है. वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कानून का उल्लंघन माना जाता है और पालने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में कछुए की 25 से ज्यादा ऐसी प्रजातियां हैं, जो विलुप्ति की कगार पर हैं.