Bansuri Swaraj: नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनावी डेब्यू करेंगी बांसुरी स्वराज, संसद पहुंचीं तो क्या दूर कर पाएंगी सुषमा स्वराज की कमी
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Bansuri Swaraj: नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनावी डेब्यू करेंगी बांसुरी स्वराज, संसद पहुंचीं तो क्या दूर कर पाएंगी सुषमा स्वराज की कमी

Who Is Bansuri Swaraj : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को अपने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की. इसमें भाजपा की 28 महिला नेताओं के नाम हैं. लिस्ट में भाजपा की दिग्गज नेता रहीं दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया है. 

Bansuri Swaraj: नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनावी डेब्यू करेंगी बांसुरी स्वराज, संसद पहुंचीं तो क्या दूर कर पाएंगी सुषमा स्वराज की कमी

Bansuri Swaraj New Delhi Loksabha News: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने अपने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची  शनिवार को जारी कर दी. थोड़ी अदला-बदली के साथ जारी भाजपा की इस सूची में कई मौजूदा सांसदों के नाम काटकर उनकी जगह नए चेहरों को मौका दिया गया है. भाजपा की कद्दावर नेता और देश की विदेश मंत्री रहीं दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली सीट से पहली बार चुनाव मैदान में उतारा गया है.

भाजपा के 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में 47 युवा, 28 महिलाएं

भाजपा मुख्यालय में 195 उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट जारी करते हुए राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से ही तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे. तावड़े ने बताया कि भाजपा की पहली लिस्ट में 50 साल के कम उम्र वाले 47 युवा उम्मीदवार है. अनुसूचित जाति के 27, अनुसूचित जनजाति के 18 और अन्य पिछड़ा वर्ग समूह के 57 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. 

केंद्र सरकार में वापसी के साथ सत्ता की हैट्रिक लगाने की कोशिश में जुटी भाजपा की इस 195 प्रत्याशियों की पहली सूची में 28 महिला उम्मीदवारों के भी नाम हैं. इनमें बांसुरी स्वराज का नाम प्रमुखता से शामिल है. आइए, बांसुरी स्वराज के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं.

अपनी मां सुषमा स्वराज के नक्शे कदम पर राजनीति में एंट्री 

भाजपा की ओजस्‍वी नेता और पूर्व विदेश मंत्री स्‍वर्गीय सुषमा स्‍वराज की बेटी बांसुरी स्वराज अपनी मां के नक्शे कदम पर बढ़ते हुए राजनीति में एंट्री की है. बांसुरी स्वराज की मां सुषमा स्वराज दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थीं. वहीं, बांसुरी स्वराज के पिता स्वराज कौशल भी राजनेता और सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट हैं. वह छह साल तक राज्यसभा में सांसद रहे. इसके अलावा मिजोरम में राज्यपाल भी रह चुके हैं. स्वराज कौशल अभी तक सबसे कम आयु में राज्यपाल बनने वाले शख्स रहे हैं.

भाजपा दिल्ली प्रदेश के कानूनी प्रकोष्‍ठ की सह-संयोजक और प्रवक्ता

साल 2019 में सुषमा स्वराज के निधन होने के बाद से ही बांसुरी स्वराज के सियासत में आने के कयास लगाए जा रहे थे. हालांकि, साल 2023 में उन्हें भाजपा दिल्ली प्रदेश के कानूनी प्रकोष्‍ठ का सह-संयोजक बनाया गया था. साथ ही उन्हें प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी दी गई थी. पॉलिटिक्स के अलावा बांसुरी स्वराज सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं. उन्होंने साल 2007 में दिल्‍ली बार कॉउंसिल में रजिस्‍ट्रेशन करवाया था. बांसुरी क्रिमिनल केस के अलावा रियल एस्टेट, टैक्स, कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़े केस लेकर अपनी प्रैक्टिस कर रही हैं. इसके पहले कानून और संविधान के दिग्गज जानकारों के साथ रहकर वह काम सीख रही थीं.

ऑक्‍सफोर्ड समेत कई मशहूर यूनिवर्सिटी से हासिल की ऊंची डिग्री

बांसुरी स्वराज ने इंग्लिश लिट्रेचर में वॉरविकी यूनिवर्सिटी से बीए ऑनर्स की डिग्री ली है. ग्रेजुएशन के बाद बांसुरी ने लंदन बीपीपी लॉ स्‍कूल से वकालत की डिग्री हासिल की. उसके बाद ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सेंट कैथरीन कॉलेज से मास्‍टर की डिग्री ली है. बांसुरी ने कानून में बैरिस्टर के रूप में भी योग्यता हासिल कर चुकी हैं. आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की लीगल टीम से जुड़ी होने के चलते बांसुरी स्वराज पर विरोधियों ने निशाना साधा था तो वह सुर्खियों में आ गई थीं. भाजपा ने तब अपने बचाव में कहा था सुषमा स्वराज की बेटी का अपना प्रोफेशन है. वह अपना काम चुनने के लिए पूरी तरह से आजाद हैं.

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