Lok Sabha Elections 2024 Results: लोकसभा चुनाव 2024 चुनाव में किसके सिर सजेगा सत्ता का ताज, कौन बनेगा विपक्ष? लोकसभा की 542 सीटों पर आज मतगणना हो रही है. इसी बीच देश में ऐसी भी सीट है, जहां पर अगर बीजेपी चुनाव जीत भी जाती है तो दोबारा चुनाव कराना होगा.
Trending Photos
Moradabad Lok Sabha Chunav Result 2024: 18वीं लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) की मतगणना शुरू हो चुकी है. आज चुनावी नतीजे आने के साथ ही साफ हो जाएगा कि सत्ता पर कौन बैठेगा. एक तरफ एनडीए है तो दूसरी तरफ इंडी गठबंध आमने-सामने है. हालांकि एग्जिट पोल्स में एक बार फिर मोदी सरकार की वापसी का अनुमान जताया गया है. देश की 543 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में वोटिंग एक जून को संपन्न हुई है. आज हो रही गिनती में 8,360 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है.
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के लिए पोस्टल बैलेट की गिनती जारी है. इसी बीच देश में ऐसी भी सीट है, जहां पर अगर बीजेपी चुनाव जीत भी जाती है तो दोबारा चुनाव कराना होगा. आइए जानते हैं क्या है वजह. आप यह सुनकर हैरान हो सकते हैं, लेकिन यही सच है. आइए जानते हैं क्या है पूरा सच, क्या है दोबारा चुनाव होने की वजह. क्या फंसा है पेंच.
लोकसभा चुनाव नतीजे 2024 LIVE: रुझानों में NDA 300 सीटें पार, विपक्ष की हालत खराब... देखें हर अपडेट
मुरादाबाद लोकसभा सीट
मुरादाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी ने सर्वेश सिंह को लगातार चौथी बार टिकट दिया है. सपा ने निवर्तमान सांसद एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा पर भरोसा जताया है. बसपा ने इरफान सैफी को अपना प्रत्याशी बनाया है. इस सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था. यहां कुल 62.6 प्रतिशत वोटिंग हुई है. आज 4 जून को मतगणना हो रही है.
अगर बीजेपी चुनाव जीती तो...
उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट पर अगर कुंवर सर्वेश कुमार सिंह चुनाव जीतते हैं तो इस सीट पर फिर से चुनाव कराया जाएगा. बीजेपी को छोड़कर किसी और दल का प्रत्याशी चुनाव जीतता है तो फिर ऐसा नहीं होगा.
क्या है वजह
इसकी वजह है कि 19 अप्रैल को मतदान के ठीक एक दिन बाद ही 20 अप्रैल को ही बीजेपी प्रत्याशी सर्वेश कुमार सिंह की मृत्यु हो गई. 71 वर्षीय सर्वेश कुमार सिंह कैंसर से पीड़ित थे. उन्होंने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली. हालांकि, यही बात राहुल गांधी की वायनाड और रायबरेली सीट पर भी फिट बैठती है. अगर इन दोनों सीटों पर राहुल गांधी की जीत होती है, तो उन्हें एक सीट छोड़नी पड़ेगी और जिस भी सीट को राहुल गांधी छोड़ते हैं, उस पर छह महीने के भीतर फिर से चुनाव कराने होंगे. लेकिन मौत की वजह से मुरादाबाद सीट देश में पहली होगी कि बिना एक दिन जिंदा रहे सांसद के यहां दोबार चुनाव कराना होगा.