Lok Sabha Chunav: बदायूं और सुल्तानपुर से फिर नए उम्मीदवार, अखिलेश यादव ने अब तक कितने प्रत्याशी बदले-कितनी बार बदले? आखिर क्यों कंफ्यूज दिख रही सपा
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Lok Sabha Chunav: बदायूं और सुल्तानपुर से फिर नए उम्मीदवार, अखिलेश यादव ने अब तक कितने प्रत्याशी बदले-कितनी बार बदले? आखिर क्यों कंफ्यूज दिख रही सपा

Lok Sabha Election 2024 News: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच समाजवादी पार्टी सबसे ज्यादा असमंजस में दिख रही है. सपा ने रविवार को अपने दो और सीटों पर उम्मीदवारों को बदल दिया. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बदायूं सीट से पहले घोषित शिवपाल यादव की जगह अब उनके बेटे आदित्य यादव को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर भीम निषाद की जगह राम सुआल निषाद को प्रत्याशी घोषित किया है. 

Lok Sabha Chunav: बदायूं और सुल्तानपुर से फिर नए उम्मीदवार, अखिलेश यादव ने अब तक कितने प्रत्याशी बदले-कितनी बार बदले? आखिर क्यों कंफ्यूज दिख रही सपा

Akhilesh Yadav and Samajwadi Party: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उम्मीदवारों के चयन में कंफ्यूजन का रिकॉर्ड बनाते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को फिर अपने दो सीटों पर पहले से तय उम्मीदवारों को बदल दिया. उनकी जगह नए कैंडिडेट के नामों की लिस्ट जारी कर दी. सपा अब तक 57 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है. इसके अलावा सात बार अपने उम्मीदवारों को बदल भी चुकी है.

बदायूं से शिवपाल यादव की जगह आदित्य यादव लड़ेंगे चुनाव

सपा ने बदायूं लोकसभा सीट से घोषित शिवपाल यादव की जगह उनके बेटे आदित्य यादव को उम्मीदवार बनाया है. इसके अलावा सुल्तानपुर में भीम निषाद की जगह राम सुआल निषाद को प्रत्याशी घोषित किया है. अखिलेश यादव की ओर से रविवार शाम को जारी की गई सपा की कैंडिडेट लिस्ट में आदित्य यादव और राम सुआल निषाद के नाम की घोषणा भी कर दी गई है. सपा ने इससे पहले रविवार सुबह को ही अपने सात उम्मीदवारों की अलग लिस्ट भी जारी की थी.

प्रचार अभियान के बीच सपा में उम्मीदवार बदलने का सिलसिला

लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के जोर पकड़ते ही सपा में उम्मीदवार बदलने का सिलसिला शुरू हो गया था. अखिलेश यादव अब तक सात से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार बदल चुके हैं. जबकि, 57 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम जारी होने के बाद अब महज पांच सीटों पर ही प्रत्याशियों का एलान बाकी हैं. इन बाकी सीटों पर अब भी असमंजस की स्थिति है. सपा ने यूपी में एक सीट टीएमसी के लिए और समझौते के मुताबिक 17 सीटें कांग्रेस के लिए पहले ही छोड़ दी थीं.

कब, किसका टिकट बदल जाए, दोबारा मिल जाए और फिर कट जाए...

हाल में सपा ने रामपुर, मुरादाबाद और मेरठ में इतने बार टिकट बदले कि उसके कार्यकर्ता तक कंफ्यूज हो गए. लोकसभा चुनाव के बीच चर्चा तेज हो गई कि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी में कब, किसका टिकट बदल जाए, कटकर दोबारा मिल जाए और फिर कट जाए, कोई इसके बारे में पक्का नहीं कह सकता है. सपा में बार-बार हो रही टिकट बदली पर भाजपा नेताओं ने चुटकी ली.

भाजपा के यूपी अध्‍यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पिछले दिनों कहा था कि 'इंडिया' गठबंधन के सहयोगी दलों को अपने घोषित प्रत्याशियों पर भी भरोसा नहीं है. इसी वजह से दो-दो, तीन-तीन बार अपने प्रत्‍याशी बदले जा रहे हैं.

बदायूं सीट पर 1996 से ही था सपा का कब्जा, 2019 में भाजपा ने छीना

मौजूदा समय में बदायूं लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा है. भाजपा ने इस बार अपने मौजूदा सांसद संघमित्रा मौर्य का टिकट काटकर दुर्विजय सिंह शाक्य को उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले बदायूं सीट पर साल 1996 से ही सपा का कब्जा था. लोकसभा चुनाव 2019 में बदायूं सीट पर भाजपा उम्मीदवार संघमित्रा मौर्य ने सपा के धर्मेंद्र यादव को हराकर जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2009 और 2014 में धर्मेंद्र यादव ने बदायूं से जीत दर्ज की थी. इससे पहले सपा के सलीम शेरवानी लगातार चार बार बदायूं के सांसद चुने गए थे.

सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर सपा ने क्यों काटा भीम निषाद का टिकट

सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर सपा ने भीम निषाद का टिकट काटकर राम भुआल निषाद को अपना उम्मीदवार बनाया है. बीते दिनों नोटों की गड्डी के साथ पैसे बांटते हुए भीम निषाद का कथित वीडियो वायरल हुआ था. इसको लेकर भाजपा नेताओं ने सपा पर निशाने साधे थे. भाजपा ने सुल्तानपुर से मेनका गांधी को टिकट दिया है. अंबेडकरनगर के रहने वाले भीम निषाद को उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद सपा में बगावत के सुर भी मुखर होने लगे थे.

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बदायूं और सुल्तानपुर से पहले सपा ने कितनी बार और कहां-कहां बदले उम्मीदवार

जिला अध्यक्ष रघुवीर यादव के साथ तीन पूर्व विधायकों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर उम्मीदवार बदले जाने की मांग की थी. इसके बाद सपा ने प्रत्याशी बदल दिया.

मेरठ- सपा ने पहले दलित चेहरा भानु प्रताप को अपना उम्मीदवार बनाया था. उसके बाद अखिलेश ने फिर सपा विधायक अतुल प्रधान को टिकट दिया और उसके कुछ ही घंटों में योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को टिकट दे दिया.  

बागपत- पहले जाट बिरादरी के मनोज चौधरी को टिकट दिया था. उसके बाद अमरपाल शर्मा को टिकट दिया गया और फिर अखिलेश ने उन्हीं का पर्चा भरवाया. 

नोएडा - समाजवादी पार्टी ने गौतमबुद्ध नगर से पहले महेंद्र नागर को प्रत्याशी बनाया. उसके बाद उनकी जगह राहुल अवाना को टिकट दिया. हालांकि राहुल अवाना का टिकट काटकर महेंद्र नागर को फिर से उम्मीदवार बना दिया. 

मुरादाबाद - सपा ने 24 मार्च को मुरादाबाद से एसटी हसन को टिकट दिया. 26 को उन्होंने पर्चा भरा. हालांकि इसके अगले ही दिन अखिलेश यादव ने रुचि वीरा को सिंबल देकर नामांकन करवा दिया. कहा गया कि आजम खान के दबाव में सपा ने रुचि वीरा को अपना उम्मीदवार बनाया.

रामपुर - सपा नेता आजम खान के गढ़ रामपुर में भी आखिरी वक्त में दिल्ली पार्लियामेंट स्ट्रीट जामा मस्जिद इमाम मौलानामुहिउबुल्लाह मदनी के नाम पर मुहर लगी. सपा अपना प्रत्याशी एक बार में फाइनल नहीं कर पाई. यहां से टिकट फाइनल करने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीतापुर जेल जाकर आजम खान से मुलाकात भी की थी. पहले आया कि रामपुर से आजम के करीबी असीम राजा को टिकट दिया जाएगा और उन्होंने एक नामांकन पत्र भी खरीद लिया था. 

मिश्रिख- मनोज राजवंशी की जगह संगीता राजवंशी को टिकट दिया गया.

संभल-  यहां पहले से घोषित उम्‍मीदवार शफीकुर्रहमान के निधन के बाद सपा को टिकट बदलना पड़ा. शफीकुर्रहमान के पोते जियाउर रहमान बर्क को टिकट दिया गया.

बिजनौर- सपा ने यहां पहले यशवीर सिंह धोबी टिकट दिया था. बाद में उनकी जगह दीपक सैनी को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया. 

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