Success Story: UPSC टॉप करना तो दूर की बात रिजल्ट देखने की भी नहीं की थी हिम्मत, ऐसे टॉप 5 में बनाई थीं जगह
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Success Story: UPSC टॉप करना तो दूर की बात रिजल्ट देखने की भी नहीं की थी हिम्मत, ऐसे टॉप 5 में बनाई थीं जगह

Success Story: IAS सौम्या पांडे ने बताया कि जब UPSC का रिजल्ट आया था तो उन्होंने अपना नाम UPSC क्लियर करने वाले कैंडिडेट्स की लिस्ट में सबसे नीचे से देखना शुरू किया था. जब उन्हें अपना नाम नहीं दिखा तो वह मायूस हो गईं, लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने न सिर्फ यूपीएससी क्रैक की, बल्कि उसमें टॉप किया था. 

Success Story: UPSC टॉप करना तो दूर की बात रिजल्ट देखने की भी नहीं की थी हिम्मत, ऐसे टॉप 5 में बनाई थीं जगह

UPSC Success Story: यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में सफलता पाने के लिए लोग दिन-रात एक कर देता हैं. अपनी तैयारी और मिलने वाली सफलता को लेकर कुछ लोग बेहद कॉन्फिडेंट होते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं, जिन्हें कड़ी मेहनत के बाद भी खुद पर बड़ी सफलता हासिल कर पाने का यकीन ही नहीं होता. हालांकि, उनका अथक परिश्रम उनकी कामयाबी की कहानी बयां कर ही देता है. आज हम आपके लिए एक ऐसी ही अनोखी कहानी लेकर आए हैं. इसे पढ़कर आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि क्या ऐसा भी होता है? तो इसका जवाब है कि जब आप अपना सुनहरा भविष्य गढ़ने के लिए खुद को तपाने लगते हैं तो कई बार परिणाम देख उस पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. 

ऐसा ही कुछ आईएएस ऑफिसर सौम्या पांडे के साथ हुआ था. दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर सौम्या का एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने बताया कि यूपीएससी का फाइनल रिजल्ट भी देखने की उनमें हिम्मत नहीं थी. आइए जानते पूरी कहानी...

आईएएस सौम्या पांडे आगे बताती हैं कि उन्होंने 2016 में परीक्षा दी थी, जिसका फाइनल रिजल्ट 2017 में आया था. अमूमन हम किसी भी लिस्ट को ऊपर से ही चेक करते हैं, लेकिन सौम्या में इतनी भी हिम्मत नहीं थी कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के रिजल्ट में सीधे अपना नाम चेक कर सके, तब सौम्या की मां ने उनसे कहा कि ऐसा करो कि तुम अपना नाम नीचे से देखना शुरू करो. उन्हें अपना नाम नहीं दिखा तो जाहिर सी बात है कि वह बेहद मायूस हो गई थीं. इसके बाद उन्होंने खुद को संभालते हुए अपने आप से एक वादा किया और मां से भी कहा कि अगले अटेम्प्ट में और अच्छे से तैयारी करूंगी और यूपीएससी क्रैक करूंगी.

नाम देख नहीं रहा खुशी का ठिकाना
इसके बाद सौम्या की मां ने कहा कि एक बार ऊपर से भी अपना नाम चेक लेने में क्या दिक्कत है. ये भी देख लेगें कि किसने टॉप किया है. ऊपर से लिस्ट चेक करने पर मां बेटी दोनों की आंखें खुली ही रह गई. उन्होंने कहा जो हमने देखा उस पर मुझे और मां को यकीन ही नहीं हुआ. इसके बाद रोल नंबर मिलाया गया. नाम तो मेरा ही था. रिजल्ट देखकर हम मां-बेटी की आंखों में आंसू आ गए.

एनसीईआरटी से करें तैयारी- सौम्या
फिलहाल, आईएएस सौम्या पांडे यूपी में अपनी सेवाएं दे रही हैं. वहीं, यूपीएससी की स्ट्रेटजी शेयर करते हुए सौम्या कहती हैं कि प्रीलिम्स की तैयारी बेसिक्स से करनी चाहिए. इसके लिए एनसीईआरटी की किताबों से बेहतर कुछ और नहीं है.

2016 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं सौम्या 
अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रैक करने वाली सौम्या ने सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया चौथी रैंक हासिल की थी. सौम्या शुरू से ही बहुत प्रतिभाशाली रही हैं, उन्होंने 10वीं में 98 फीसदी और 12वीं क्लास में 97.8 फीसदी मार्क्स हासिल किए थे. वहीं, इंजीनियरिंग कॉलेज में भी गोल्ड मेडलिस्ट रही थीं.

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