Success Story: अलग पांडे को हुरुन की अंडर-35 उपलब्धि हासिल करने वालों की लिस्ट में जगह मिली. अलख पांडे फिजिक्स वाला के 32 साल के संस्थापक और सीईओ हैं
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Alakh Pandey Success Story: आज हम उस युवा की बात कर रहे हैं जिसने सभी को सस्ती एजुकेशन देने का सपना देखा था. हम बात कर रहे हैं अलख पांडे की. आज कल वह चर्चा में हैं, चर्चा में इसलिए हैं क्योंकि उन्होंने अपने कंपटीटर को बढ़ावा दिया और लिखा विश यू लक. अलख पांडे का जन्म 2 अक्टूबर 1991 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ था. अलख पांडे ने छोटी उम्र से ही अपनी एकेडमिक एक्सीलेंसी को दिखाया.
अपने परिवार का सपोर्ट करने के लिए, उन्होंने 8वीं क्लास से ही पढ़ाना शुरू कर दिया. वह आईआईटी जाने की इच्छा रखते थे, लेकिन वह एंट्रेंस एग्जाम पास नहीं कर सके और इसके बजाय उन्होंने कानपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उनके परिवार ने उनकी पढ़ाई के लिए अपना घर भी बेच दिया, लेकिन पढ़ाई के प्रति अपने जुनून को पूरा करने के लिए पांडे ने अपने दूसरे साल के दौरान हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी को छोड़ दिया.
भले ही अलख पांडे ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग छोड़ दी, लेकिन पढ़ाने के प्रति उनके जुनून ने उन्हें प्राइवेट टीचिंग देना शुरू कर दिया. उन्होंने पहले छोटे स्टूडेंट्स को पढ़ाना शुरू किया. इस शुरुआती एक्सपीरिएंस ने उन्हें पूरे भारत में स्टूडेंट्स को सस्ती, हाई क्वालिटी एजुकेशन प्रदान करने के लिए मोटिवेट किया, जिसके कारण बाद में फिजिक्स वाला बना.
हाल ही में अनअकेडमी के को-फाउंडर और सीईओ गौरव मुंजाल ने कंपनी के संभावित एक्विजिशन के बारे में अफवाहों पर बात करते हुए साफ किया कि कंपनी कोई मर्जर या एक्विजिशन नहीं कर रही है. यह उन रिपोर्टों के सामने आने के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि एडटेक दिग्गज एलन करियर इंस्टीट्यूट को 800 मिलियन डॉलर में बेचने के लिए हाई लेवल पर बातचीत के राउंड में है. लिंक्डइन पर मुंजाल ने इन दावों को "अफवाह" कहकर खारिज कर दिया. यह खबरें पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई थी. हालांकि, कंपनी ने इन खबरों का खंडन कर दिया है.
अनअकेडमी को लेकर जो खबरें आईं थीं, उस पर फिजिक्स वाला के संस्थापक और सीईओ अलख पांडे ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "यह बहुत अच्छी बात है. मुझे पुराने समय के टफ कंपटीशन की याद आ रही है. मैं भी इसका इंतजार कर रहा हूं. जब हम कंपटीशन करते हैं, तो स्टूडेंट्स को ज्यादा ऑप्शन मिलते हैं. विश यू लक."
अलख पांडे की प्रतिक्रिया को गहराई से समझने के लिए उनकी जर्नी को जानना जरूरी है. एक समय था जब अलख पांडे की एक महीने की कुल कमाई सिर्फ 5,000 रुपये थी. उस समय अनअकेडमी ने उन्हें अपने साथ जोड़ने के लिए 75 करोड़ रुपये का भारी-भरकम ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया. उन्होंने अपने सपने, सबके लिए सस्ती और आसान एजुकेशन उपलब्ध कराने को पूरा करने के लिए इनडिपेंडेंट रहना चुना. यह फैसला भारतीय एडटैक फील्ड के लिए एक अहम मोड़ साबित हुआ. इस तरह फिजिक्स वाला एक यूनिकॉर्न कंपनी बन गई और इस फील्ड में एक नई दिशा दिखाई. साल 2024 में सीरीज बी राउंड में कंपनी ने 210 मिलियन डॉलर का फंडिंग जुटाई, जिससे इसका वैल्यूएशन 2.8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया. जो इसकी लगातार बढ़ोतरी और मार्केट पॉटेंशियल को दिखाता है.
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