PM Modi Cabinet Meeting: देश भर में 82,000 से ज्यादा स्टूडेंट्स को सस्ती और हाई क्वालिटी वाली एजुकेशन प्राप्त करने का मौका मिलेगा.
Trending Photos
Navodaya Vidyalaya, Kendriya Vidyalayas: केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग में स्टूडेंट्स के भविष्य के लिए एक अहम फैसला लिया गया. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 85 नए केंद्रीय विद्यालय (केवी) और 28 नए नवोदय विद्यालय खोलने को मंजूरी दे दी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल ने एक केन्द्रीय विद्यालय के विस्तार को भी मंजूरी दे दी.
इस संबंध में जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि इन नए केंद्रीय विद्यालयों के खुलने से देश भर में 82,000 से ज्यादा स्टूडेंट्स को सस्ती और हाई क्वालिटी वाली एजुकेशन प्राप्त करने का मौका मिलेगा. बयान में कहा गया कि 2025-26 तक आठ साल की अवधि में 85 नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना और एक मौजूदा केंद्रीय विद्यालय के विस्तार के लिए पैसे की कुल अनुमानित आवश्यकता 5,872.08 करोड़ रुपये है.
अभी कुल कितने केंद्रीय विद्यालय हैं?
इसमें कहा गया कि आज की तारीख तक सुचारू रूप से काम कर रहे केंद्रीय विद्यालयों की संख्या 1,256 है जिनमें से तीन विदेश- मॉस्को, काठमांडू और तेहरान में हैं. इन स्कूलों में 13.56 लाख छात्र पढ़ाई कर रहे हैं.
एक बयान में कहा गया है कि प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए एडमिनिस्ट्रेटिव स्ट्रक्चर में 560 स्टूडेंट्स की क्षमता वाले एक पूरे नवोदय विद्यालय (एनवी) को चलाने के लिए समिति द्वारा तय मानदंडों के अनुरूप पदों के बनाने की आवश्यकता होगी.
नवोदय विद्यालय में मिलेगा इतने स्टूडेंट्स को फायदा
इसलिए, 560 x 28 = 15,680 छात्रों को लाभ होगा. तय मानदंडों के मुताबिक, एक फुल नवोयद विद्यालय 47 लोगों को रोजगार प्रदान करता है और उसी के मुताबिक, स्वीकृत 28 नवोदय विद्यालय 1,316 लोगों को प्रत्यक्ष स्थायी रोजगार प्रदान करेंगे. स्कूल के बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए निर्माण और संबद्ध एक्टिविटीज से कई स्किल और अनस्किल के लिए रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है.
अपने रेजिडेंशियल नेचर के कारण, हर नवोदय विद्यालय खाना, जरूरी चीजों की सप्लाई, फर्नीचर, पढ़ाई के लिए जरूरी चीजे आदि की आपूर्ति के लिए स्थानीय विक्रेताओं और नाई, दर्जी मोची, हाउसकीपिंग और सुरक्षा सेवाओं के लिए मेनपावर जैसे स्थानीय सेवा प्रदाताओं के लिए मैके पैदा करेगा.
DU से ग्रेजुएट, फिर छोड़ी दी नौकरी; थर्ड अटेम्प्ट में बिना कोचिंग बनीं IAS
पढ़ाई की पावर! जिस ऑफिस में थे चपरासी, अब उसी में बन गए अफसर