विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करने की है ख्वाहिश, तो जानिए MBBS के लिए कैसे करें किसी देश का चुनाव
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विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करने की है ख्वाहिश, तो जानिए MBBS के लिए कैसे करें किसी देश का चुनाव

MBBS Course: बहुत से स्टूडेंट् की मेडिकल की पढ़ाई विदेश से करना चाहते हैं, लेकिन एमबीबीएस के लिए किस देश को चुनना है यह अहम फैसला होता है. ऐसे में छात्रों को कुछ बातों को ध्यान में रखकर इस बारे में सोचना चाहिए...

विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करने की है ख्वाहिश, तो जानिए MBBS के लिए कैसे करें किसी देश का चुनाव

MBBS Study From Abroad: हर साल हजारों इंडियन स्टूडेंट्स एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूएस, यूके, रूस, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का रुख करते हैं, क्योंकि वहां भारत की अपेक्षा कम खर्च में मेडिकल की पढ़ाई होती है, लेकिन जब बहुत से छात्र कोर्स पूरा होने के बाद वतन वापसी करके अपनी प्रैक्टिस या आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं बहुत दिक्कतें आती हैं, इतना ही नहीं कई लोगों का करियर तो खत्म भी हो सकता है. जानिए आखिर क्या हैं इसकी मुख्य वजह...

एफएमजीई पास करना जरूरी
इसका वजह है  फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन. विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करके भारत में प्रैक्टिस करने के लिए एफएमजीई क्वालिफाई करना जरूरी है. इसके बाद ही विदेशी मेडिकल डिग्री भारत में प्रैक्टिस के लिए वैलिड मानी जाती है. हर साल लगभग 50,000 स्टूडेंट्स एमबीबीएस करने विदेश जाते हैं, जिनमें से केवल 25 फीसदी ही एफएमजीई निकाल पाते हैं. 

किसी देश को चुनते समय ध्यान में रखें ये बातें
किसी भी देश का चुनाव करते समय उसकी ग्लोबल रैंकिंग और मेडिकल कॉलेजों की प्रतिष्ठा पर विचार करना बहुत जरूरी है.  इसके अलावा सबसे जरूरी है कि चुने हुए देश में और भारत में रोजगार के अवसरों को ध्यान में रखते हुए ही कोई भी निर्णय लें. इसके अलावा वहां के कोर्स की जानकारी प्राप्त करें. अपनी ट्यूशन फीस, रहने, यात्रा खर्च और अन्य खर्चों का अनुमान लगाएं. इसके बाद अपने बजट के अनुसार देश का चुनाव करें.

इसके अलावा यह भी जान लें कि इंग्लिश या स्थानीय भाषा में कोर्स उपलब्ध है या नहीं. आप उस देश की भाषा सीख सकते हैं या नहीं इसका आकलन करना भी बेहद जरूरी है. लैंग्वेज के कारण आने वाली चुनौतियों के बारे में जरूर सोचें. वहां दाखिले के लिए कोई प्रवेश परीक्षा हो तो उसकी तैयारी करें.

विदेश में MBBS का खर्च
रूस में मेडिकल की पढ़ाई बेहद किफायती है, यहां विदेशी स्टूडेंट्स को 15,000 रुपये तक स्कॉलरशिप भी मिलती है. यहां 12वीं में 50 फीसदी मार्क्स होने पर भी दाखिला मिल जाता है. एमबीबीएस की ट्यूशन फीस में 5 से 5 लाख रुपये सालाना खर्चा आता है. इसके अलावा रूस की सरकार इंटरर्नशिप और पढ़ाई के बाद 180 दिन तक जॉब सर्च करने जैसी सुविधाएं भी देती हैं. 

भारतीय छात्रों के बीच मेडिकल शिक्षा के लिए यूके, यूएस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, चीन, रूस, फिलीपींस पसंदीदा देश हैं. इसके अलावा किर्गिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, बेलारूस भी मेडिकल की पढ़ाई के लिए किफायती देशों में से हैं. बांग्लादेश में पांच साल के एमबीबीएस कोर्स की फीस कुल 42 लाख रुपये और नेपाल में पूरे कोर्स के लिए  40-60 लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं.

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