CA Exam Results 2024: ग्रुप I परीक्षाएं 3, 5 और 7 नवंबर, 2024 को आयोजित की जाएंगी. ग्रुप 2 परीक्षाएं 9, 11 और 13 नवंबर, 2024 के लिए निर्धारित हैं.
Trending Photos
Chartered Accountancy Exam Results: इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) कल यानी 30 अक्टूबर 2024 को CA इंटरमीडिएट और फाउंडेशन कोर्स के रिजल्ट जारी करने वाला है. नतीजे जारी होने के बाद, सितंबर में आयोजित परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर अपना रिजल्ट देख सकेंगे. CA इंटर और फाउंडेशन के स्कोर कार्ड ICAI की आधिकारिक वेबसाइट - icai.org और icaiexam.icai.org पर उपलब्ध होंगे. रिजल्ट देखने के लिए उम्मीदवारों को अपने लॉगिन क्रेडेंशियल जैसे रजिस्ट्रेशन नंबर और रोल नंबर दर्ज करने होंगे.
सीए इंटरमीडिएट परीक्षाएं 12 सितंबर से 23 सितंबर के बीच आयोजित की गई थीं. आईसीएआई सीए ग्रुप 1 परीक्षाएं 12, 14 और 17 सितंबर को और ग्रुप 2 परीक्षाएं 19, 21 और 23 सितंबर को आयोजित की गई थीं. फाउंडेशन परीक्षाएं 13, 15, 18 और 20 सितंबर को आयोजित की गई थीं.
सीए फाइनल परीक्षाएं 3 नवंबर से 13 नवंबर तक आयोजित करने के लिए रीशेड्यूल की गई हैं. ग्रुप I परीक्षाएं 3, 5 और 7 नवंबर, 2024 को आयोजित की जाएंगी. ग्रुप 2 परीक्षाएं 9, 11 और 13 नवंबर, 2024 के लिए निर्धारित हैं.
आईसीएआई के केंद्रीय परिषद सदस्य (सीसीएम) धीरज खडेलवाल ने पहले उल्लेख किया था कि सीए फाउंडेशन का रिजल्ट दिवाली शाम से पहले घोषित किया जा सकता है और इंटरमीडिएट का नवंबर के मध्य में आ सकता है. हालांकि, बाद में जारी एक आधिकारिक नोटिफिकेशन में उल्लेख किया गया कि दोनों कोर्सेज के रिजल्ट बुधवार, 30 अक्टूबर, 2024 को घोषित किए जाएंगे.
इस बीच, ICAI ने जनवरी 2025 में आयोजित होने वाली चार्टर्ड अकाउंटेंसी परीक्षाओं में पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित होने के लिए पात्र CA सदस्यों से आवेदन भी आमंत्रित किए हैं. फाउंडेशन और इंटरमीडिएट परीक्षा 11-21 जनवरी, 2025 (20 जनवरी को छोड़कर) के बीच आयोजित की जाएगी. कोई सदस्य जो पात्रता मानदंड को पूरा करता है और असाइनमेंट के लिए खुद को लिस्टेड करने की इच्छा रखता है, वह http://observers.icaiexam.icai.org पर ऑनलाइन ऐसा कर सकता है.
FMGE 2024: विदेश से की है मेडिकल की पढ़ाई, तो आपको पास करना पड़ेगा ये एग्जाम, रजिस्ट्रेशन शुरू
"यहां सिस्टर निवेदिता की समाधि है जिन्होंने अपना सर्वस्व भारत को दे दिया", कौन थीं मार्गरेट नोबल?