PPF Interest Rate: पब्लिक प्रॉविडेंट फंड में निवेश करके आप हर महीने एक लाख रुपये से भी ज्यादा की इनकम कर सकते हैं. लेकिन इसके लिए आपको कुछ चीजों को फॉलो करना होगा और 32 साल तक निवेश करना होगा. आइए जानते हैं पूरा प्लान-
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Public Provident Fund: पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) सरकार की तरफ से संचालित किया जाने वाला लॉन्ग टर्म सेविंग प्लान है. इस योजना की शुरुआत भारत सरकार की तरफ से 1968 में की गई थी. इसका मकसद निवेश करने वाले को आयकर अधिनियम, 1961 के सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट के साथ गारंटीड रिटर्न प्रदान करना है. कोई भी व्यक्ति पोस्ट ऑफिस या बैंक में 500 रुपये के मिनिमम इनवेस्टमेंट के साथ पीपीएफ अकाउंट खोल सकता है. आप चाहें तो पीपीएफ अकाउंट अपनी पत्नी के नाम पर भी खोल सकते हैं. आइए समझते हैं कोई भी निवेश करने वाला व्यक्ति पीपीएफ से हर महीने 1,06,828 रुपये की टैक्स फ्री इनकम कैसे प्राप्त कर सकता है?
पीपीएफ क्या है?
पीपीएफ (PPF) रिटायरमेंट फोक्सड स्कीम है, जो गारंटीड रिटर्न और आयकर अधिनियम, 1961 के सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स बेनिफिट देती है. इस स्मॉल सेविंग स्कीम में कोई भी निवेश कर सकता है. इसमें सैलरीड क्लास और बिजनेस करने वाले कोई भी निवेश कर सकता है. इसके तहत आप एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 500 रुपये है और अधिकतम 1.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं.
पीपीएफ का मैच्योरिटी पीरियड क्या है?
पीपीएफ का शुरुआती लॉक-इन पीरियड 15 साल है. 15 साल के बाद अकाउंट होल्डर अपने खाते को 5-5 साल के अनलिमिटेड ब्लॉक के लिए बढ़ा सकते हैं. कोई भी पीपीएफ अकाउंटहोल्डर खाते को पांच साल के बाद एक फाइनेंशिलय ईयर के दौरान एक बार निकासी कर सकते हैं. पैसे की जरूरत में आप चौथे साल के अंत में या पिछले साल के अंत में जो भी कम हो, क्रेडिट पर बाकी राशि का 50 प्रतिशत निकाल सकता है. यानी 2023-24 में 31.03.2023 या 31.03.2024 तक बाकी राशि का 50% तक, जो भी कम हो, उसकी निकासी की जा सकती है.
हर महीने कैसे मिलेंगे 1.06 लाख रुपये?
पीपीएफ से हर महीने 1,06,828 रुपये प्राप्त करने के लिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष में 1.50 लाख रुपये का निवेश शुरू करना होगा और इसे 15 साल के मैच्योरिटी पीरियड तक जारी रखना होगा. ब्याज का ज्यादा से ज्यादा फायदा पाने के लिये प्रत्येक वित्तीय वर्ष में निवेश 1 अप्रैल से 5 अप्रैल के बीच होना चाहिए. यह निवेश एकमुश्त डेढ़ लाख रुपये का होना चाहिए.
15 साल बाद मैच्योरिटी
आप हर साल डेढ़ लाख का निवेश करते हैं तो 15 साल में आप कुल 22.50 लाख का निवेश करते हैं. इस दौरान पैसे पर करीब 18.18 लाख रुपये का ब्याज मिलेगा. इस हिसाब से मैच्योरिटी अमाउंट 40,68,209 रुपये होगा. निवेशक इस पर पांच साल का एक्सटेंशन ले सकते हैं और पहले की तरह हर साल 1.50 लाख रुपये का इनवेस्टमेंट जारी रख सकते हैं.
20 और 25 साल पर के बाद मैच्योरिटी
20 साल में निवेश की राशि बढ़कर 30,00,000 रुपये होगी और इस पर 36,58,288 रुपये का ब्याज मिलेगा. इस तरह मैच्योरिटी अमाउंट करीब 66,58,288 रुपये होगा. यहां पर निवेशक पांच साल का एक और एक्सटेंशन ले सकता है और सालाना डेढ़ लाख का निवेश जारी रख सकता है. इसी तरह 25 साल में निवेश की राशि 37.50 लाख पर ब्याज 65,58,015 रुपये होता है. कुल मिलाकर मैच्योरिटी अमाउंट 1,03,08,015 रुपये होता है.
29 साल के बाद कितनी होगी मैच्योरिटी?
अगर आप 29 साल तक हर साल 1.5 लाख रुपये पीपीएफ में निवेश करते रहेंगे तो इस दौरान आप कुल 43.50 लाख रुपये जमा करेंगे. इस दौरान आपको करीब 99.26 लाख रुपये का ब्याज मिलेगा. यानी आपका मैच्योरिटी अमाउंट 1 करोड़ 42 लाख 76 हजार 621 रुपये होगा. इसी तरह 32 साल में कुल निवेश बढ़कर 48,00,000 रुपये हो जाएगा और ब्याज करीब 1,32,55,534 रुपये होगा. 32 साल बाद आपको मैच्योरिटी पर 1 करोड़ 80 लाख 55 हजार 534 रुपये मिलेंगे. यहां पर आप अपना निवेश रोक सकते हैं.
अब आप इस पैसे पर मिलने वाले ब्याज को हर महीने निकाल सकते हैं. अगर आपने इस योजना को 15 साल से आगे बढ़ाया है तो आप हर साल केवल एक बार ही ब्याज निकाल सकते हैं. अगर आप मैच्योरिटी पर मिलने वाले 1 करोड़ 80 लाख रुपये बैंक में जमा करते हैं और बैंक आपको सालाना 7.1% ब्याज देता है तो आपको एक साल में करीब 15 लाख 4 हजार रुपये का ब्याज मिलेगा. अगर आप इस ब्याज को 12 महीनों में बांट दें तो आपको हर महीने करीब 1 लाख 6 हजार रुपये मिलेंगे.
(डिस्क्लेमर: ये सभी कैलकुलेशन सिर्फ अनुमान के आधार पर हैं. यह कोई निश्चित जानकारी नहीं है जिसके आधार पर आपको निवेश का फैसला लेना चाहिए. आप किसी भी तरह का निवेश करने से पहले एक्सपर्ट या अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से संपर्क करें.)