टाटा और पेप्सिको साथ मिलकर बेंचेंगे कुरकुरे-चिप्स, ₹42695 करोड़ के मार्केट पर टिकी है दोनों की निगाहें
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टाटा और पेप्सिको साथ मिलकर बेंचेंगे कुरकुरे-चिप्स, ₹42695 करोड़ के मार्केट पर टिकी है दोनों की निगाहें

 Indian Snacks Market: भारत के इस स्नैक्स मार्केट पर लोकल ब्रांड और दिग्गज कंपनियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा चल रही है. अब इस मार्केट पर दबदबा बढ़ाने के लिए अमेरिका की दिग्गज कंपनी पेप्सिको और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने हाथ मिला लिया है. 

टाटा और पेप्सिको साथ मिलकर बेंचेंगे कुरकुरे-चिप्स, ₹42695 करोड़ के मार्केट पर टिकी है दोनों की निगाहें

Tata Pepsi Deal:भारत का स्नैक्स मार्केट ₹42,695 करोड़ का है. साल दर साल यह 20 फीसदी की रफ्तार से बढ़ता जा रहा है. रिपोर्ट की माने तो साल 2032 तक भारत का स्नैक्स मार्केट 95,521.8 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.  अब तक मार्केट इतना बड़ा है जाहिर सी बात है कि इस बाजार में कूदने के लिए बड़े खिलाड़ी भी लंबी छलांग लगाएंगे.  भारत के इस स्नैक्स मार्केट पर लोकल ब्रांड और दिग्गज कंपनियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा चल रही है. अब इस मार्केट पर दबदबा बढ़ाने के लिए अमेरिका की दिग्गज कंपनी पेप्सिको और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने हाथ मिला लिया है. खास बात ये है कि टाटा और PepsiCo ने एक बार फिर से सीमित समय के लिए पार्टनरशिप की है. इस कॉलेबोरेशन के तहत ये दोनों कंपनियां चिंग्स शेजवान चटनी फ्लेवर वाले कुरकुरे बनाकर मार्केट में सीमित समय के लिए बेचेंगी.

टाटा और पेप्सी के बीच डील  

पैकेज्ड स्नैक्स मार्केट के लिए पेप्सी और टाटा ने हाथ मिलाने का फैसला किया है. हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है, जब दोनों कंपनियां साथ आई हैं. इससे पहले दोनों कंपनियों ने बेवरेज मार्केट में एक जॉइंट वेंचर NourishCo बनाया था. साल 2010 में ये पार्टनरशिप 50:50 जॉइंट वेंचर पर बना था, लेकिन चार साल पहले इसे खत्म कर दिया था. टाटा ने इस ज्वाइंट वेंचर में पेप्सीको की भी हिस्सेदारी खरीद ली. अब एक बार फिर से दोनों कंपनियां स्नैक्स मार्केट में अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए साथ आएंगी.   बता दें कि दोनों कंपनियों ने पेय पदार्थों को बेचने के बाद अब फिर से चार साल बाद साथ मिलकर पैकेज्ड स्नैक्स बेचने का फैसला किया है. गौर करने वाली बात ये है किपार्टनरशिप सीमित समय के लिए है.  टाटा और पेप्सिको ने यह कॉलेबोरेशन सिर्फ चिंग्स शेजवान चटनी फ्लेवर वाले कुरकुरे के लिए किया है. दोनों कंपनियां मिलकर करीब 1,000 करोड़ रुपये के कुरकुरे बचेगी. 

 इस डील में क्या होगा खास  

पेप्सिको इंडिया के पास कुरकुरे, लेज चिप्स, डोरीटोज नाचोस जैसे सेटल ब्रांड है तो वहीं टाटा के चिंग्स सीक्रेट है. इस कोलैबोरेशन के तहत दोनों कंपनियां स्नैक्स बिजनेस को तेजी से बढ़ाएगी. जिसमें पैकेक्ड स्नैक्स बनाने से लेकर बेचने तक की रणनीति तय है. यानी पेप्सी की कुरकुरे ब्रांड और टाटा कंज्यूमर के चिंग्स सीक्रेट ब्रांड मिलकर काम करेंगे.  

 क्या है इस कोलैबोरेशन के मायने

टाटा और पेप्सीको के इस कोलैबोरेशन के बाद स्नैक्स मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. इस मार्केट में हल्दीराम, आईटीसी, पारले प्रोडक्ट्स, कॉर्निटोस, क्रैक्स बनाने वाली डीएफएम फूड्स, बीकानेरवाला, बालाजी स्नैक्स, बीकाजी फूड्स, प्रताप स्नैक्स जैसी कंपनियां पहले से है. अब टाटा और पेप्सी के साथ आने के बाद मार्केट में प्रतिस्पर्धा तेजी हो जाएगा.  प्राइस वॉर देखने को मिल सकता है.  

 

 

 

 

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