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Indian Railway Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज पेश किए अपने अंतरिम बजट में रेलयात्रियों को आरामदायक सफर का भरोसा दिलाया है. अपने भाषण में सीतारमण ने ये भी कहा, 'रेल यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और आराम के लिए हमने करीब 40 हजार सामान्य रेलवे बोगियों को वंदे भारत मानकों में परिवर्तित किया जाएगा. इसी के साथ ही देश में 3 प्रमुख आर्थिक रेलवे कॉरिडोर लागू किए जाएंगे. इन कॉरिडोर्स की जानकारी देते हुए वित्त मंत्री ने कहा- ये हैं- ऊर्जा, खनिज और सीमेंट कॉरिडोर, पोर्ट कनेक्टिविटी कॉरिडोर और हाई ट्रैफिक डेंसिटी कॉरिडोर.
देशभर में बढ़ेगी मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ' अधिकांश रेलवे प्रोजेक्ट अपनी निर्धारित समय पर चल रहे हैं. ऐसे में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को सक्षम करने के लिए सरकार ने पीएम गतिशक्ति के तहत परियोजनाओं की पहचान की है.'
मेट्रो रेल का विस्तार बाकी शहरों में भी होगा
सीतारमण ने बताया छोटे शहरों को जोड़ने के लिए 517 नए रूट पर 'UDAN' स्कीम ऑफशोर विंड एनर्जी के लिए VGF से मदद दी जाएगी. VGF (Viability Gap Funding) 2030 तक 100 Lk Cr टन कोल गैसीफिकेशन का लक्ष्य रखा गया है. मेट्रो रेल का विस्तार बाकी शहरों में भी किया जाएगा.
रेलवे के लिए मिला-जुला रहा 2023
भारतीय रेलवे (IndianRailways) के लिए साल 2023-24 काफी अहम रहा. 2023 में रेलवे ने कई रूट पर नई वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेनों की शुरुआत की. वहीं अमृत भारत एक्सप्रेस (Amrit Bharat Express) को भी हरी झंडी मिली. रेलवे लगातार अपने सिस्टम में आमूलचूल सुधार और बदलाव कर रहा है. बेहतर व्यवस्था और सुविधाओं के साथ रेलवे द्वारा अपने यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं दी जा रही हैं. उन सुविधाओं को और अपग्रेड किया जा रहा है. देश में लगातार तेज स्पीड वाली नई ट्रेनें, रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण और बेहतर सेफ्टी फीचर्स देने पर काम किया जा रहा है.
नई ट्रेनों के साथ आने वाले वक्त में सबको कंफर्म टिकट पर फोकस
रेलवे की योजना आने वाले कुछ सालों में 300-400 नई वंदे भारत ट्रेनें चलाने की है. इसके अलावा सरकार वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर कोच लगाने से जुड़ी योजना पर भी काम कर रही है. फिलहाल 41 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संचालित की जा रही हैं. हाल ही में रेल मंत्री वैष्णव ने ये कहा था कि आने वाले सालों में रेलवे 1 लाख करोड़ रुपये की नई ट्रेनों का अधिग्रहण करेगा.
नई ट्रेनों के अधिग्रहण का मुख्य मकसद सालों से चल रही पुरानीं ट्रेनों के स्टॉक को रिप्लेस करना है. नए अधिग्रहण से रेलवे के बेड़े में 7000 से 8000 के बीच नई ट्रेन शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए अगले 4-5 सालों में टेंडर जारी किए जाएंगे. इसी के साथ वंदे भारत की स्पीड को भी बढ़ाया जाएगा.