ट्रंप के आने से बदला समीकरण, अब रूस नहीं इस देश से आएगा ज्‍यादा कच्‍चा तेल, पेट्रोल-डीजल की कीमत पर दिखेगा असर
Advertisement
trendingNow12611263

ट्रंप के आने से बदला समीकरण, अब रूस नहीं इस देश से आएगा ज्‍यादा कच्‍चा तेल, पेट्रोल-डीजल की कीमत पर दिखेगा असर

डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर वापसी होने के साथ ही भारत समेत दुनियाभर के देशों के समीकरण बदलने लगे हैं. कच्चे तेल के आयात को लेकर भी परिस्थितियां बदल रही है. भारत अब तक रूस से सबसे अधिक तेल खरीद रहा है.

ट्रंप के आने से बदला समीकरण, अब रूस नहीं इस देश से आएगा ज्‍यादा कच्‍चा तेल, पेट्रोल-डीजल की कीमत पर दिखेगा असर

India-US Crude Oil: डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर वापसी होने के साथ ही भारत समेत दुनियाभर के देशों के समीकरण बदलने लगे हैं. कच्चे तेल के आयात को लेकर भी परिस्थितियां बदल रही है. भारत अब तक रूस से सबसे अधिक तेल खरीद रहा है. अमेरिका के प्रतिबंध के बावजूद भी भारत से रूस से तेल खरीदना जारी रखी, लेकिन हो सकता है कि आने वाले दिनों में अमेरिका से आने वाले तेलों की मात्रा बढ़ जाए. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई वाले नए प्रशासन की तेल एवं गैस उत्पादन अधिकतम करने की योजनाओं को देखते हुए भारत में अधिक अमेरिकी ईंधन आने की संभावना है. बता दें कि अभी तक भारत रणनीतिक रूप से रूस से अपना ज्‍यादा तेल खरीदता रहा है. रूस से भारत को डिस्‍काउंट रेट पर कच्‍चा तेल मिलता है. रूस समेत भारत 39 देशों से तेल आयात करता है. आने वाले दिनों में अमेरिका से आने वाले तेल की मात्रा बढ़ सकती है.   

अमेरिकी तेल  का भारत में आयात  

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई वाले नए प्रशासन की तेल एवं गैस उत्पादन अधिकतम करने की योजनाओं को देखते हुए भारत में अधिक अमेरिकी ईंधन आने की संभावना है. पुरी ने यहां वाहन उद्योग निकाय सियाम के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत को तेल की आपूर्ति करने वालों की संख्या पहले ही 27 से बढ़कर 39 हो गई है और अगर इससे अधिक तेल आता है, तो भारत इसका स्वागत करेगा. 

पुरी ने तेल उत्खनन और गैस उत्पादन बढ़ाने की दिशा में ट्रंप प्रशासन के कदमों के बारे में पूछे जाने पर कहा अगर आप मुझसे पूछें कि क्या बाजार में और अधिक अमेरिकी ईंधन आने वाला है, तो मेरा जवाब हां है . अगर आप कहते हैं कि भारत और अमेरिका के बीच ईंधन की अधिक खरीद की प्रबल संभावना है, तो इसका जवाब हां है.  हालांकि पुरी ने यह कहा कि सरकार नए अमेरिकी प्रशासन की घोषणाओं पर बहुत सावधानी से नजर रख रही है. 

घट सकती है पेट्रोल-डीजल की कीमत  

उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन द्वारा लिए गए कुछ निर्णय प्रत्याशित थे और इन पर प्रतिक्रिया देने से पहले इंतजार करने की जरूरत है. हालांकि पुरी ने 2015 के पेरिस जलवायु समझौते से बाहर होने के नए अमेरिकी सरकार के फैसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. पेट्रोलियम मंत्री ने अमेरिका, ब्राजील, गुयाना, सूरीनाम और कनाडा से अधिक तेल आने का जिक्र करने के साथ कीमतों में गिरावट का संकेत भी दिया. उन्होंने वाहन विनिर्माताओं से भारतीय बाजार में अधिक एथनॉल मिश्रण वाले फ्लेक्स ईंधन वाहनों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कहा. इसके साथ ही पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि देश बहुत जल्द 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल करने जा रहा है, जो निर्धारित समय से पांच साल पहले होगा.भाषा

 

 

 

Trending news