Go First Airline: गोफर्स्ट संकट के बाद कुछ रूट पर यात्री किराये में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. अलग-अलग एग्रीगेटर के आंकड़ों के आधार पर पिछले दिनों दिल्ली से मुंबई का किराया सामान्य किराये से 37 प्रतिशत तक ज्यादा पहुंच गया था.
Trending Photos
Go First Insolvency: Go First फ्लाइट के संकट के दौर से गुजरने के दौरान हवाई यात्रियों की मुश्किल बढ़ गई है. Go First की तरफ से 12 मई तक सभी बजट फ्लाइट को निलंबित किया गया है. इसके बाद एयरलाइन के रूट पर हवाई किराये में तेजी से इजाफा होने के कारण यात्री परेशान हैं. इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हवाई किराये में हुआ यह इजाफा काफी समय तक जारी रहेगी. आपको बता दें गो फर्स्ट एयरलाइन ने एनसीएलटी (NCLT) में दिवालियापन की याचिका दायर की है.
चार से छह गुना तक बढ़ा फ्लाइट का किराया
आपको बता दें गो फर्स्ट एयरलाइन शेयर के मामले में इंडिगो और टाटा ग्रुप की एयर इंडिया, एयर एशिया और विस्तारा से पीछे है. गोफर्स्ट संकट के बाद कुछ रूट पर यात्री किराये में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. अलग-अलग एग्रीगेटर के आंकड़ों के आधार पर पिछले दिनों दिल्ली से मुंबई का किराया सामान्य किराये से 37 प्रतिशत तक ज्यादा पहुंच गया था. इतना ही नहीं कुछ रूट पर किराये चार से छह गुना तक पहुंच गया है.
एविएशन इंडस्ट्री में एकाधिकार बन जाएगा
5 मई के आंकड़ों की बात करें तो दिल्ली-लेह का हवाई किराया सामान्यतया 4,772 रुपये है. इसकी तुलना में उस दिन किराया बढ़कर 26,819 रुपये पर पहुंच गया. इसी तरह, चंडीगढ़-श्रीनगर के लिए यात्री किराया एवरेज 4,047 रुपये से बढ़कर 24,418 रुपये पर पहुंच गया. इसके अलावा, श्रीनगर-चंडीगढ़ रूट पर भी हवाई किराया बढ़कर 26,148 रुपये पर पहुंच गया. जानकारों का कहना है कि गो फर्स्ट इन्सॉल्वेंसी मामले में से इंडियन एविएशन इंडस्ट्री में एकाधिकार बन जाएगा. यह आने वाले समय में यात्रियों के लिए अच्छा नहीं है.
आपको बता दें निजी एयरलाइन कंपनी Go First Flight भारी घाटे से गुजर रही है. खर्चे चलाने और फंड नहीं होने के कारण कंपनी को दिवालिया घोषित करने के लिए NCLT में अप्लाई किया गया है. इसके साथ ही एयरलाइन की तरफ से पहले 5 मई तक और बाद में 12 मई 2023 तक अपनी फ्लाइट कैंसल करने की सूचना जारी की गई.