EPF Interest Rate: नौकरी शुरू करने के समय यदि हम आपकी बेसिक सैलरी 15000 रुपये और उम्र 20 वर्ष मान लें तो आप 58 साल में रिटायर होने की उम्र में कुल 38 साल नौकरी करेंगे. इसी कैलकुलेशन के आधार पर हम आपको पीएफ अकाउंट की ताकत का अंदाजा कराएंगे.
Trending Photos
EPF Calculator: कुछ लोग नौकरी बदलने के साथ ही अपना प्रॉविडेंट फंड यानी पीएफ (PF) का पैसा भी निकाल लेते हैं. लेकिन शायद आप इस बात से अनजान हैं कि आपकी यह गलती आपको भविष्य में कितनी भारी पड़ सकती है. जी हां, अगर आपकी भी यही आदत है तो आप सच में अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं... और आपको इससे करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है. पीएफ के पैसे को अकाउंट में बनाए रखने आपको कितना फायदा है, अगर आप भी कैलकुलेनश करेंगे तो हैरान रह जाएंगे.
38 साल की नौकरी का हिसाब
पीएफ सैलरीड क्लॉस के लिए मोटी सेविंग का सबसे अच्छा तरीका है. आपकी बेसिक सैलरी का 12 प्रतिशत हिस्सा हर महीने पीएफ अकाउंट में जमा होता है. नौकरी शुरू करने के समय यदि हम आपकी बेसिक सैलरी 15000 रुपये और उम्र 20 वर्ष मान लें तो आप 58 साल में रिटायर होने की उम्र में कुल 38 साल नौकरी करेंगे. इसी कैलकुलेशन के आधार पर हम आपको पीएफ अकाउंट की ताकत का अंदाजा कराएंगे.
पीएफ का नियम
कर्मचारी की बेसिक सैलरी यदि 15000 है तो हर महीने इसका 12 प्रतिशत (1800 रुपये) पीएफ अकाउंट में एम्पलाई साइड से जमा होंगे. इसके अलावा नियमानुसार एम्पलायर भी 12 प्रतिशत का कॉन्ट्रीब्यूशन करता है. इसमें से बेसिक सैलरी का 3.67% प्रतिशत (550 रुपये) पीएफ में और बाकी बचा 8.33% (1250 रुपये) ईपीएस में जमा होगा. यानी पेंशन के अलावा कर्मचारी के पीएफ अकाउंट में हर महीने 2350 रुपये जमा होगा.
पीएफ अकाउंट में हर महीने जमा होंगे 2350 रुपये
इस समय पीएफ की ब्याज दर 8.15 प्रतिशत है. इससे पहले यह दर 8.10 प्रतिशत थी. हम 38 साल की नौकरी का हिसाब 8.10 प्रतिशत के हिसाब से ही लगाते हैं. 38 साल में यदि आपकी सैलरी हर साल 5 प्रतिशत बढ़ती है तो उसी रेश्यो में बेसिक और पीएफ भी बढ़ता है. मान लीजिए आपकी सैलरी 15000 रुपये बेसिक है और हर महीने EPFO के नियमानुसार कर्मचारी के पीएफ अकाउंट में 2350 रुपये जमा होते हैं.
रिटायरमेंट के समय 1.73 करोड़ रुपये
इस पर यदि हर साल 5 प्रतिशत के इंक्रीमेंट के साथ कैलकुलेशन की जाए तो शुरुआती शुरुआती 10 साल में तो यह रकम कम ही रहती है. लेकिन आप इसे जितने लंबे समय तक के लिए सेव करके रखेंगे आपको उतना ही ज्यादा फायदा होगा. ग्रो (Groww) के ईपीएफ कैलकुलेटर (EPF Calculator) के अनुसार रिटायरमेंट पर यह रकम बढ़कर 1.73 करोड़ रुपये हो जाएगी. यह कैलकुलेशन 8.1 प्रतिशत सालाना और हर साल 5 प्रतिशत के इंक्रीमेंट के हिसाब से लगाई गई है.
इसलिए यह ध्यान रखना जरूरी है यदि आप नौकरी बदलते हैं तो आपको PF का पैसा निकालने की बजाय इसे ट्रांसफर कराने में ज्यादा फायदा है. आप इसे अपने UAN के साथ मर्ज करा सकते हैं. यह बेहद आसान प्रक्रिया है. पीएफ अकाउंट का पैसा आमतौर पर रिटायरमेंट के बाद निकालने की दी जाती है. अगर आपको पैसे की जरूरत है तो आप कोशिश करके इसे कही दूसरी जगह से मैनेज करने की कोशिश करें. लेकिन हर संभव यह प्रयास करें कि आपको पीएफ का पैसा नहीं निकालना पड़े.
इसके अलावा यह भी ध्यान रखने वाली बात है कि यदि आपका पीएफ अकाउंट खुले पांच साल से ज्यादा का समय हो गया है तो जमा राशि में से कुछ रकम निकालने पर आपको किसी प्रकार का टैक्स नहीं देना होगा. लेकिन यदि आपका पीएफ अकाउंट खुले पांच साल से कम का समय हुआ है तो आपके पैसे निकालने पर टैक्स काटा जाएगा.