भारत की दहलीज पर मस्क की टेस्ला, इसी महीने आ रही टीम, ₹25 हजार करोड़ निवेश का प्लान
Advertisement
trendingNow12187807

भारत की दहलीज पर मस्क की टेस्ला, इसी महीने आ रही टीम, ₹25 हजार करोड़ निवेश का प्लान

Elon Musk Tesla Car: इसी महीने टेस्ला की टीम भारत पहुंच रही है. ये टीम भारत में  इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने के लिए जगह की तलाश करेगी. साल 2022 से ही भारत सरकार और टेस्ला के बीच बातचीत चल रही थी. भारत ने एलन मस्क की शर्तों को मानने से इनकार कर दिया था. अब लंबे इंतजार के बाद मस्क की कंपनी भारत में अपने प्लांट लगाने जा रही है. इसके लिए जगह की तलाश की जा रही है. 

tesla car

Tesla Car In India: टेस्ला कारों का इंतजार जितना भारतीयों को है, उतनी ही बेसब्री टेस्ला कार कंपनी को भी है. अब ये इंतजार खत्म होने जा रहा है. जल्द ही टेस्ला कारों की मैन्युफैक्चरिंग भारत में होगी. भारत की शर्तों पर एलन मस्क अपनी कार प्लांट लेकर आ रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक इसी महीने टेस्ला की टीम भारत पहुंच रही है. ये टीम भारत में  इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने के लिए जगह की तलाश करेगी. साल 2022 से ही भारत सरकार और टेस्ला के बीच बातचीत चल रही थी. भारत ने एलन मस्क की शर्तों को मानने से इनकार कर दिया था. अब लंबे इंतजार के बाद मस्क की कंपनी भारत में अपने प्लांट लगाने जा रही है. इसके लिए जगह की तलाश की जा रही है. 

25 हजार करोड़ का निवेश करेंगे एलन मस्क 

ब्रिटेन की फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एलन मस्क की कंपनी टेस्ला इस महीने भारत में अपनी एक टीम भेजेगी. ये टीम इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए जगह देखेगी. कंपनी भारत में 2 से 3 बिलियन डॉलर यानी करीब 16 से 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने की तैयारी कर रही है.टेस्ला की टीम का फोकस महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु पर होगा. टेस्ला इन तीन राज्यों में अपनी फैक्ट्री लगाना चाहती है. ऐसा इसलिए क्योंकि तीनों ही राज्य समंदर के किनारे हैं. जिससे कारों का एक्सपोर्ट आसान हो जाएगा. 

2022 में चल रही बात  

बता दें कि भारत सरकार और टेस्ला के बीच साल 2022 से ही बातचीत चल रही है. एलन मस्क भारत आने के बेताब हैं, लेकिन वो पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों को भारत में बेचना चाहते थे. टेस्ला की डिमांड थी कि उसकी पूरी तरह असेंबल गाड़ियों पर इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% कर दी जाए. उसकी गाड़ियों को लग्जरी के बजाए इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए. भारत सरकार को टेस्ला की ये शर्तें बिल्कुल भी मंजूर नहीं थी. सरकार ने साफ शब्दों में कह दिया कि आप यहीं कार बनाए और फिर यहां बेचें. सरकार ने दूसरे देशों से इंपोर्ट किए जाने वाले इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ या कम से इनकार कर दिया. बता दें कि हाल ही में भारत ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर नई ईवी पॉलिसी को मंजूरी दी है.    

Trending news