Jet Airways की बर्बादी के पीछे सामने आई नई कहानी...मॉस्किटो काइल बनाने वाली कंपनी ने क‍िया खेल
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Jet Airways की बर्बादी के पीछे सामने आई नई कहानी...मॉस्किटो काइल बनाने वाली कंपनी ने क‍िया खेल

ED in Jet Airways: नरेश गोयल के ख‍िलाफ दायर चार्जशीट में यह भी कहा गया क‍ि जेट एयरवेज ने जनरल मैनेजर और इससे ऊपर के एम्‍पलाई को दी जाने वाली सैलरी को गोपनीय रखने के ल‍िए एक कंसल्टेंसी को भी हायर क‍िया था.

 

Jet Airways की बर्बादी के पीछे सामने आई नई कहानी...मॉस्किटो काइल बनाने वाली कंपनी ने क‍िया खेल

Jet Airways News: जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल पर ईडी का श‍िकंजा लगातार कसता जा रहा है. बैंक फ्रॉड मामले में ईडी ने हाल ही में 538 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्‍त की है. इस मामले में ईडी की जांच में एक और खुलासा हुआ है. ईडी की जांच में सामने आया क‍ि जेट एयरवेज के सीन‍ियर एम्‍पलाई को सैलरी का पैसा मॉस्किटो काइल बनाने वाली, केम‍िकल और फार्मास्यूटिकल्स सेक्‍टर में काम करने फर्म की तरफ से क‍िया गया था. ईडी ने नरेश गोयल और उनकी पत्‍नी के ख‍िलाफ दायर की गई चार्ज शीट में यह दावा क‍िया है.

सैलरी के रूप में 40.9 करोड़ का भुगतान

टाइम्‍स ऑफ इंड‍िया में प्रकाश‍ित खबर के अनुसार ईडी ने कहा क‍ि एसए संगानी एंड एसोसिएट्स के नाम वाली कंपनी ने जेट एयरवेज के सीन‍ियर मैनेजमेंट को सैलरी के रूप में 40.9 करोड़ का भुगतान किया था. फर्म की तरफ से अप्रैल 2018 से पेरोल प्रोसेसिंग शुरू की गई. लेक‍िन 13 जून, 2018 तक कंपनी अस्‍त‍ित्‍व में ही नहीं आयी थी. चार्जशीट में यह भी कहा गया क‍ि फर्म के प्रॉफ‍िट एंड लॉस अकाउंट में क‍िसी तरह का कोई खर्च दर्ज नहीं किया गया.

किसी तरह की जानकारी होने से इनकार
चार्जशीट में यह भी कहा गया क‍ि जेट एयरवेज ने जनरल मैनेजर और इससे ऊपर के एम्‍पलाई को दी जाने वाली सैलरी को गोपनीय रखने के ल‍िए एक कंसल्टेंसी को भी हायर क‍िया था. जेट एयरवेज की वाइस प्रेसीडेंट नरेश गोयल की पत्‍नी अनीता थीं और बेटी कस्‍टमर सर्व‍िस में थी. साथ ही बेटा निवान कॉस्‍ट र‍िडक्‍शन-एफ‍िश‍िएंसी इम्‍प्रवूमेंट के ल‍िए काम करता था. चार्जशीट में बताया गया क‍ि गोयल ने कंसल्टेंसी फर्म के जर‍िये सैलरी भुगतान के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार किया है.

इसमें कहा गया कि 279.5 करोड़ रुपये का भुगतान कंसल्टेंसी फर्म के नाम पर 'अन्य भत्ते' के रूप में दर्ज किया गया था. इसकी भी जांच की जा रही है. कंसल्टेंसी फर्म के अध‍िकार‍ियों ने कहा क‍ि उन्होंने सहयोगी फर्म से म‍िलने वाले गोयल के आदेश के आधार पर अपने खाते से जेट एयरवेज के मैनेजमेंट को सैलरी दी. कंसल्टेंसी फर्म बतौर अपनी फीस जेट एयरवेज से एक कर्मचारी के ल‍िए 1,000 रुपये मासिक शुल्क लेती थी.

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