EaseMyTrip के को-फाउंडर का एक ट्वीट इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें उन्होंने कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई करने वाले एक शख्स पर गुस्सा निकाला है.
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EasyMyTrip Cofounder: हर कोई चाहता है कि उसे बढ़िया जॉब मिले और तरक्की के साथ-साथ सैलरी भी मोटी हो. लोग करियर में ग्रोथ करने के लिए कई बार कंपनियां भी चेंज करते हैं. अक्सर ऐसे भी मामले सामने आते हैं, जब लोग नई कंपनी में अप्लाई करके अपनी सैलरी हाइक कराते हैं. वो नई कंपनी का ऑफर लेटर भी एक्सेप्ट कर लेते हैं और ऐन वक्त पर कोई बहाना बना कर ज्वॉइन नहीं करते. ऐसे में कंपनी को नुकसान होता है. कुछ ऐसा ही वाकया EaseMyTrip कंपनी के साथ हुआ, जो अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है.
ट्विटर पर निकाला गुस्सा
दरअसल, एक शख्स ने EaseMyTrip कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई किया. कंपनी में उसका सिलेक्शन भी हो गया. लेकिन जब कंपनी ज्वॉइन करने का वक्त आया तो शख्स ने इसके लिए मना कर दिया. शख्स की इस हरकत से कंपनी के कोफाउंडर भड़क गए. उन्होंने अपना गुस्सा ट्विटर पर निकाला. EaseMyTrip के को-फाउंडर प्रशांत पिट्टी (Prashant Pitti) ने ट्विटर पर उस शख्स का वाट्सऐप चैट भी शेयर किया.
Someone pls solve this hiring issue
This is hugely prevelant & ends up wasting so much time & resource
Once a candidate accepts offer-letter, companies wait for months & rejects all other potential candidates
But candidate decides on very last day, that they won't be joining pic.twitter.com/R9UfV45eMz
— Prashant Pitti (@ppitti) September 1, 2022
व्हाट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट किया शेयर
प्रशांत पिट्टी ने व्हाट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कहा, 'कोई प्लीज इस हायरिंग की प्रॉब्लम को सॉल्व करे. ये एक आम चलन बन चुका है. इससे कंपनी का वक्त और संसाधन का नुकसान होता है. जब कोई नया कैंडिडेट कंपनी के ऑफर लेटर को एक्सेप्ट कर लेता है, तो कंपनी महीनों तक कैंडिडेट का इंतजार करती है और किसी अन्य की हायरिंग नहीं करती. वहीं, कैंडिडेट लास्ट दिन बताता है कि वो कंपनी ज्वॉइन नहीं करेगा.'
25-40% कैंडिडेट लास्ट वक्त पर कर देते हैं मना
पिट्टी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि बहुत से लोग इसकी तुलना गलत तरीके से कर रहे हैं. कई कंपनियां लोगों को निकाल रही हैं. अगर कंपनी भी ऐसा करें कि ऑफर लेटर देने के बाद ज्वॉइनिंग के दिन कैंडिडेट से न कह दें तो ये गलत होगा. ऐसे ही कैंडिडेट का ऐसे करना भी ठीक नहीं है. उन्होंने आगे कहा, 'ये बहुत आम हो गया है. 25-40% कैंडिडेट लास्ट समय पर ज्वॉइन करने से मना कर देते हैं. ये केवल जूनियर पॉजिशन पर ही नहीं बल्कि सीनियर पोस्ट पर होता है. जब हमारी जैसी बड़ी कंपनी में ऐसा हो रहा है तो सोचिए नए स्टार्टअप्स में कैसा हाल होगा.
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