Rapid Rail Inauguration: पहले ट्रेन के साहिबाबाद से दुहाई (गाजियाबाद) तक 17 किमी लंबे हिस्से को शुरू किया जाएगा. इसके शुभारंभ के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने की उम्मीद है.
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Delhi-Meerut Rapid Rail Fare: अगर आप भी दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है. इस रूट पर रैपिड रेल शुरू होने के बाद गाजियाबाद के वैशाली और दुहाई जैसे हिस्सों में रहने वाले लोगों को ज्यादा आसानी होगी. केंद्र सरकार की तरफ से साहिबाबाद और दुहाई के बीच रैपिड रेल के संचालन के लिए सेफ्टी अप्रूवल दे दिया है. दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के 82 किलोमीटर लंबे हिस्से में अभी 17 किलोमीटर पर रैपिड रेल का संचालन होगा. इसमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो में करीब पांच स्टेशन होंगे.
सीएम और पीएम दोनों के शामिल होने की उम्मीद
सूत्रों का कहना है कि रैपिड रेल को जल्द शुरू करने पर सहमति बन सकती है. पहले ट्रेन के साहिबाबाद से दुहाई (गाजियाबाद) तक 17 किमी लंबे हिस्से को शुरू किया जाएगा. इसके शुभारंभ के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने की उम्मीद है. इस ट्रेन के रूट पर एनसीआरटीसी (NCRTC) की तरफ से किराये का चार्ज फाइनल किया गया है. पिछले दिनों शुरू हुई नई दिल्ली-देहरादून वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने के बाद ट्रेन के किराये में बदलाव किया जा रहा है.
170-200 रुपये के बीच होगा किराया
इस ट्रेड का स्टापेज मेरठ में भी होगी. इस रूट पर अन्य विकल्पों का अध्ययन करने के बाद किराये को फाइनल किया जा रहा है. सूत्र ने बताया कि यात्रियों को आनंद विहार और मेरठ सेंट्रल के बीच यात्रा करने के लिए करीब 170-200 रुपये का भुगतान करना होगा. जबकि नई दिल्ली से मेरठ तक वंदे भारत एक्सप्रेस में चेयर कार का किराया 485 रुपये है. मेरठ जाने के लिए पहले से ही एक्सप्रेसवे, एसी बस सर्विस और शताब्दी एक्सप्रेस समेत विभिन्न प्रकार की सुविधाएं हैं. ऐसे में NCRTC का मानना है कि RAPIDX का किराया परिवहन के अन्य मौजूदा साधनों की तुलना में प्रतिस्पर्धी होना चाहिए.
एक अनुमान के अनुसार अपेक्षित किराया 3 से 4 रुपये प्रति किमी के बीच होने का अनुमान है. यह आरआरटीएस सर्विस को यात्रियों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है. एनसीआरटीसी की तरफ से देश की पहली क्षेत्रीय ट्रेन सेवा के लिए किराया संरचना की रूपरेखा बताते हुए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है. ट्रेन के शुरू होने के बाद दिल्ली-मेरठ की यात्रा में महज 43 मिनट लगने की उम्मीद है. पूरे कॉरिडोर पर परिचालन शुरू होने के बाद ट्रेनें 5-10 मिनट की फ्रीक्वेंसी पर उपलब्ध होंगी.