Top-10 Companies List: देश की दिग्गज और मूल्यवान कंपनियों की लिस्ट जारी हो गई है. इस लिस्ट में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) को सबसे ज्यादा वैल्यू वाली लिस्टेड कंपनी के रूप में सलेक्ट किया गया है.
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Top-10 Companies List: देश की दिग्गज और मूल्यवान कंपनियों की लिस्ट जारी हो गई है. इस लिस्ट में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) को सबसे ज्यादा वैल्यू वाली लिस्टेड कंपनी के रूप में सलेक्ट किया गया है. वहीं, इस लिस्ट में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस दूसरे स्थान पर और HDFC Bank को तीसरा स्थान मिला है. इस लिस्ट में रिलायंस टॉप पर रही है.
टॉप-10 कंपनियों का मूल्य रहा 226 लाख करोड़
'2022 बरगंडी प्राइवेट हुरुन 500' (burgundy private hurun india 500) की टॉप-10 की लिस्ट में शामिल कंपनियों का कुल मूल्य करीब 226 लाख करोड़ रुपये आंका गया है. इसमें 17.25 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ऊपर रही है. दूसरे स्थान पर मौजूद TCS का मूल्यांकन 11.68 लाख करोड़ रुपये आंका गया है.
HDFC Bank का कितना रहा मूल्यांकन?
भारत की 500 सर्वाधिक मूल्यवान कंपनियों की सूची के दूसरे एडिशन में एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) 8.33 लाख करोड़ रुपये मूल्यांकन के साथ तीसरे स्थान पर है.
चौथे स्थान पर रही ICICI Bank
इस सूची के टॉप-10 में इंफोसिस 6.46 लाख करोड़ रुपये मूल्यांकन के साथ चौथे स्थान पर है जबकि आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) 6.33 लाख करोड़ रुपये मूल्यांकन के साथ पांचवें स्थान पर मौजूद है.
टॉप-10 की लिस्ट में कौन-कौन रहा शामिल
भारती एयरटेल (Bharti Airtel) 4.89 लाख करोड़ रुपये मूल्यांकन के साथ छठें स्थान, एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) 4.48 लाख करोड़ रुपये के साथ सातवें स्थान और आईटीसी (ITC) 4.32 लाख करोड़ रुपये के साथ आठवें स्थान पर है.
9वें और 10वें पर रही अडाणी की ये कंपनियां
इस सूची में अडाणी समूह की दो कंपनियां नौंवें एवं दसवें स्थान पर रखी गई हैं. अडाणी टोटल गैस 3.96 लाख करोड़ रुपये मूल्यांकन के साथ नौंवे स्थान पर मौजूद है जबकि अडाणी एंटरप्राइजेज 3.81 लाख करोड़ रुपये के साथ दसवें पायदान पर है.
किस सेक्टर की कंपनियों में दिखी अच्छी ग्रोथ?
इस रिपोर्ट के मुताबिक, ऊर्जा, खुदरा कारोबार, होटल, रेस्तरां एवं संबंधित क्षेत्र तथा उपभोक्ता सामान क्षेत्रों की कंपनियों में अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है. वहीं, सॉफ्टवेयर एवं सेवा क्षेत्र को पिछले साल के मुकाबले कुल छह लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है. हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा है कि मुद्रास्फीति और आसन्न मंदी की पृष्ठभूमि में भारतीय आईटी आउटसोर्सिंग कंपनियों के बड़े सौदों में सुस्ती आने की उम्मीद है. इसके साथ ही पॉलिसी बाजार, पेटीएम, जोमैटो और नाइका जैसे स्टार्टअप के मूल्यांकन में भी तगड़ी गिरावट आई है.
महिला कर्मचारियों के मामले में TCS है सबसे आगे
इस रिपोर्ट में शामिल कंपनियों के निदेशक मंडल में 16 फीसदी महिलाएं मौजूद हैं. सर्वाधिक महिला कर्मचारियों के मामले में टीसीएस आगे है जिसमें अकेले 2.1 लाख महिला कर्मचारी हैं.
इनपुट - एजेंसी
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