Seat Allocation Survey: सर्वे से सामने आया कि जिन सीटों पर लेग स्पेस ज्यादा मिलता है, वहां दूसरी सीटों की तुलना में ज्यादा चार्ज देना पड़ता है. इसी तरह विंडो सीट के लिए भी एक्सट्रा चार्ज देना पड़ रहा है.
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Seat Allocation Charges: अगर आप भी अक्सर फ्लाइट से सफर करते हैं तो यह खबर आपके लिए है. जी हां, फ्लाइट से सफर करना अब केवल टिकट बुक करने तक ही सीमित नहीं रहा है. टिकट बुकिंग के बाद भी सीट के लिए आपको एक्सट्रा पेमेंट करना पड़ रहा है. टिकट की कीमत का अंतर केवल बिजनेस क्लॉस और इकोनॉमी क्लास तक ही सीमित नहीं है. बल्कि इकोनॉमी क्लास के लिए भी कई बार अतिरिक्त कीमत देनी पड़ती है. देश में अधिकांश एयरलाइंस यात्रियों को पसंदीदा सीट देने के बदले पेमेंट ले रही हैं.
1500 रुपये सीट तक का एक्सट्रा चार्ज
यदि परिवार के सदस्य फ्लाइट में एक साथ बैठना चाहते हैं तो हर सीट के लिए सीट की लोकेशन के हिसाब से 200 से 1,500 रुपये के बीच देना पड़ता है. यह जानकारी एक सर्वे से सामने आई है. जिन सीटों पर लेग स्पेस ज्यादा मिलता है, वहां दूसरी सीटों की तुलना में ज्यादा चार्ज देना पड़ता है. इसी तरह विंडो सीट के लिए भी एक्सट्रा चार्ज देना पड़ रहा है. एक्सट्रा चार्ज नहीं देने वालों को पीछे या मिडिल रो वाली सीट का ऑप्शन चुनना पड़ता है या उन्हें चेक-इन के टाइम सीट अलोकेशन का इंतजार करना पड़ता है.
9 महीने में मिलीं हजारों शिकायतें
एक संसदीय पैनल ने पिछले साल अपनी रिपोर्ट में पाया था कि विमान में सीट चयन के लिए यात्रियों से शुल्क वसूलना 'मनमाना और अनुचित' है. पिछले 9 महीने में उड़ान भरने वालों से हजारों शिकायतें मिलने के बाद लोकलसर्कल्स ने देशभर में उड़ान भरने वालों के बीच सर्वे किया और उनके अनुभव के बारे में जानने की कोशिश की. इस दौरान यह जाना गया कि क्या यात्रियों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के ज्यादा सीटें उपलब्ध कराई जानी चाहिए?
308 जिलों के यात्रियों पर किया गया सर्वे
सर्वे को देश के 308 जिलों में स्थित एयरलाइन यात्रियों से बातचीत के आधार पर किया गया. सर्वे में 34,000 से ज्यादा लोगों से बातचीत की गई, जिसमें से 66% पुरुष और 34% महिलाएं हैं. पिछले 12 महीने में फ्लाइट में सफर करने वाले 51% लोगों ने बताया कि एयरलाइन सीट का आवंटन करने के बदले अतिरिक्त शुल्क ले रही थी. इस दौरान उनसे पूछा गया कि जब आपने पिछले 12 महीने में फ्लाइट की टिकट बुक की तो क्या बुकिंग के टाइम बिना शुल्क के सीट सुरक्षित करने का विकल्प मिला था? इस पर अधिकतर लोगों ने बताया कि सीट रिजर्व करने का ऑप्शन एक्सट्रा चार्ज देने के आधार पर ही था.
सर्वे के आधार पर 47% यात्रियों ने यह माना कि एक या इससे ज्यादा बार सीट रिजर्व करने के लिए एक्सट्रा चार्ज दिया. सर्वे में शामिल 35% लोगों ने माना कि उन्हें सीट रिजर्व करने के लिए हर बार एक्सट्रा चार्ज देना पड़ा. हालांकि 50% ने कहा कि उन्होंने कभी भी सीट के लिए एक्सट्रा पेमेंट नहीं किया और जो सीट अलॉट की गई उन्होंने उस पर ही सफर किया. सर्वे के दौरान यात्रियों से यह भी जानने की कोशिश की गई कि कितनी प्रतिशत सीटों के लिए एक्सट्रा चार्ज लेने का नियम होना चाहिए. इस पर लोगों ने राय दी कि सरकार को एयरलाइंस को आदेश देना चाहिए कि 20% से ज्यादा सीटों के लिए चार्ज नहीं लेना चाहिए. यानी 80 प्रतिशत सीट के लिए किसी तरह का पैसा नहीं लिया जाए.